समस्तीपुर में पैक्सों को नहीं मिला धान की खरीदारी का लक्ष्य, अधिकांश किसान बिचौलियों से ही धान बेचने में दिखा रहे रूचि
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समस्तीपुर :- सरकार ने भले ही एक नवम्बर से धान की खरीदारी करने की घोषणा कर दी है, लेकिन अब तक जो तैयारी है उसके हिसाब से धान की खरीदारी महज औपचारिकता से अधिक साबित नहीं होगी। जिले में स्थिति यह है कि इस बार बरसात के कारण अधिकांश किसानों ने देर से धान की बोआई की थी जिससे उनका धान अभी पूरी तरह कटा भी नहीं है। वहीं सरकारी स्तर पर भी धान की खरीदारी की अब तक आधी अधूरी तैयारी है।
सहकारिता विभाग ने अब तक पैक्स और व्यापार मंडलों को धान की खरीदारी का लक्ष्य भी नहीं दिया है। वहीं धान की खरीदारी के एवज में किसानों को भुगतान करने के लिए सीसी की प्रकिया भी पूरी नहीं की गयी है। जिले के अधिकांश पैक्सों ने तो धान की खरीद का अब तक प्रचार प्रसार भी नहीं किया है।
ताजपुर प्रखंड में मुख्य रूप से सरसौना, उदयपुर, माधोपुर दिघरुआ, रामापुर महेशपुर, बंगरा, बाघी आदि पंचायतों के निचले इलाके में होती है। सरसौना के रणधीर सिंह पप्पू, रणवीर सिंह, श्याम सिंह आदि किसानों ने बताया कि अभी धान की कटाई शुरू नहीं हुई है। दो-चार दिन बाद ही धान की कटनी शुरू होगी। उसके बाद धान तैयार होने में 10 से 15 दिन लगेंगे। उसके बाद ही बेचने के बारे में सोंचेंगे। हालांकि अधिकांश किसान पैक्स के बजाय बिचौलियों से धान बेचने को प्राथमिकता देते हैं। वहीं बीसीओ कन्हैया पांडेय ने बताया कि ताजपुर में सभी पैक्सों में धान की खरीद होगी। उसकी तैयारी चल रही है।
रविवार तक लगभग 16 किसानों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराया है। सरकारी दर से सामान्य धान का समर्थन मूल्य 2183 रुपये प्रति क्विंटल एवं ए ग्रेड धान का 2203 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है। इधर, खानपुर प्रखंड में पैक्सों में धान की खरीदारी को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है। शाहपुर गांव के किसान गंगा प्रसाद झा ने बताया कि पैक्स धान की खरीद नहीं करते हैं, जिसके कारण बिचौलियों से धान बेचना मजबूरी है। इसी तरह रामकुमार झा ने बताया कि पैक्स धान की खरीदारी करने में मनमानी करते हैं जिससे बिचौलियों के हाथों धान बेच रहे हैं।
दूसरी ओर शोभन पंचायत के पैक्स अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार झा ने बताया कि उन्हें अभी लेटर नहीं मिला है। खानपुर दक्षिणी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष रामसागर राय ने भी बताया कि पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलने पर सभी पैक्स अध्यक्षों की सामूहिक बैठक होगी। उसके बाद निर्णय लिया जाएगा कि धान की खरीददारी करें या नहीं। हालांकि बीसीओ धीरज कुमार मिश्रा ने बताया कि सभी पैक्स अध्यक्षों से प्रस्ताव लिया गया है।
सभी पैक्स अध्यक्षों को गोदाम पर बैनर, पोस्टर, बायोमेट्रिक मशीन, नमी मापक यंत्र लगाने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी ओर वारिसनगर में बिचौलियों ने किसानों के खेत में पहुंच धान खरीदना शरू कर दिया है। कल्याणपुर प्रखंड में भी अधिकांश किसान पैक्स के बजाय बिचौलियों से ही धान बेचने में रूचि दिखा रहे हैं। किसानों का कहना है कि पैक्स से धान बेचने पर काफी परेशानी उठानी पड़ती है। पैसा भी समय पर नहीं मिलता है।