समस्तीपुर जिले भर में स्क्रीनिंग के दौरान सालभर में मिले 39 कैंसर के मरीज
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले में नवंबर 2022 से लेकर अक्टूबर तक जिले में 39 कैंसर के मरीज मिले हैं। जिले में जगह-जगह आयोजित जांच शिविर में कैंसर पीड़ित इन मरीजों को चिह्नित किया गया। कैंसर की रोकथाम के लिए जिले में जगह जगह स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। 11 महीने में जिले में 16 हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। जिसमें 39 कैंसर रोगियों की पहचान की गयी। जबकि 74 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
14 तक चलेगा कैंसर जागरुकता कार्यक्रम :
जिले में 14 नवंबर तक कैंसर जागरुकता कार्यक्रम होगा। सात नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न अस्पतालों में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके तहत जिले में सात से चौदह नवंबर तक नि:शुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।
डीएचएस के डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में कैंसर स्क्रीनिंग एवं जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत सात नवंबर को सदर अस्पताल के ओपीडी में स्क्रीनिंग एवं जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत सामान्य लोगों की भी स्क्रीनिंग की जाएगी। इसमें मुंह एवं ब्रेस्ट कैंसर की जांच भी की जाएगी। जांच के बाद कैंसर उचित परामर्श दिया जाएगा।
कैंसर जागरूकता सप्ताह के तहत सभी अस्पतालों में कार्यक्रम का निर्देश :
कैंसर जागरुकता सप्ताह के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति ने सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर नि:शुल्क कैंसर जांच तथा जागरुकता अभियान चलाने का निर्देश दिया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा टाटा मेमोरियल की इकाई होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर के द्वारा गैर संचारी रोग पदाधिकारी के नेतृत्व में पूरे जिला में कैंसर स्क्रीनिंग एवं जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
ओरल कैंसर का मुख्य स्रोत है तंबाकू, जागरूकता की कमी के कारण बढ़ रहे रोगी
जिले में अधिकांश ओरल कैंसर के मरीज की पहचान की जा रही है। इसकी मुख्य वजह तंबाकू एवं तंबाकू निर्मित पदार्थों का सेवन है। लोगों को इसके प्रति जागरुक करने के लिए प्रत्येक वर्ष सात से 14 नवंबर तक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। जागरुकता की कमी के कारण ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसीलिए ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। चिकित्सकों का कहना हे कि सबसे ज्यादा कैंसर के मामले धूम्रपान करने से ही सामने आते है। अगर इन तीनों कैंसर का इलाज सही समय पर शुरू हो जाए तो 70 प्रतिशत कैंसर को कम किया जा सकता है। समय पर इलाज नहीं हो पाने के कारण ही यह जानलेवा हो जाता है।