अब समस्तीपुर के गांव-गांव तक भी पहुंचेगी डायल 112 की सेवा, मिलेंगे दो दर्जन से अधिक वाहन
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समस्तीपुर :- इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) की डायल 112 सेवा अब जिले के सभी गांवों में उपलब्ध होगी। पहले चरण के सफल परिणाम को देखते हुए इसकी सेवा में विस्तार की स्वीकृति दे दी गयी है। दूसरे चरण में इसकी सेवा को गांव-गांव तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए समस्तीपुर जिले में भी 26 वाहन और 5 मोटरसाइकिल आ रही है। पहले चरण में जिले को 9 ईआरवी उपलब्ध कराये गये थे।
10-15 मिनट से कम समय में रिस्पांस :
समस्तीपुर की ईआरवी का काफी बेहतर परफॉरमेंस रहा है। यहां की ईआरवी को एक कॉल पूरा करने में औसतन 10-15 मिनट से भी कम का समय लग रहा है। प्रति माह समस्तीपुर की ईआरवी को 1000 से अधिक कॉल मिलते हैं। इनमें मारपीट, आपसी विवाद, शराब आदि से जुड़े हुए प्राप्त हो रहे हैं। इसके अलावा दुर्घटनाओं से जुड़े कॉल भी बड़ी संख्या में मिल रहे हैं। डायल 112 की सेवा जिले में जुलाई 2022 में पुलिस, मेडिकल व अग्नि संबंधी क्विक सहायता उपलब्ध कराने के लिए की गयी थी। तब से यह सेवा समस्तीपुर जिले में 24 घंटे उपलब्ध है।
एक वाहन के लिए 12 पुलिसकर्मी :
एक वाहन के लिए 12 अधिकारी/कर्मी प्रतिनियुक्त हैं। 08-08 घंटे के रोस्टर में एक वाहन पर कम से कम चार का सशस्त्र बल उपलब्ध होते हैं। इनमें 01 ड्राइवर, 01 अधिकारी/हवलदार व 02 कांस्टेबल हैं। सभी वाहनों में वायरलेस कॉम्यूनिकेशन सिस्टम के अलावा जीपीएस, मोबाइल डाटा टर्मिनल समेत अन्य आधुनिक उपकरण लगे हैं।
ईआरसी से कंट्रोल होता है डायल 112 :
डायल 112 सेवा ईआरएसएस से जुड़ा है और इसे पटना मुख्यालय स्थित इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर (ईआरसी) से कंट्रोल किया जाता है। कॉल मिलने पर ईआरसी इसे समस्तीपुर मुख्यालय में स्थित जिला रिस्पांस सेंटर (डीसीसी) में फॉरवर्ड कर देता है। डीसीसी द्वारा आधुनिक तकनीक के जरिये उस इलाके में स्थित ईआरवी का लोकेशन लेकर उसे कॉल फॉरवर्ड कर तुरंत गंतव्य स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया जाता है। इसके बाद ईआरवी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित को संबंधित आपात सहायता उपलब्ध कराती है। आवश्यक्तानुरूप घटना की जानकारी समीपवर्ती थाने को दी जाती है।
बाइट :
समस्तीपुर में पहले चरण में डायल 112 का परफॉरमेंस काफी अच्छा रहा है। दूसरे चरण में इसके विस्तार के लिए 26 वाहनों की मांग मुख्यालय से की गयी थी, जिसे मंजूरी मिल गई है। जिले के सभी गांवों में डायल 112 की सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जनवरी के अंतिम सप्ताह तक ईआरएसएस हेतु 26 वाहन और 5 मोटरसाइकिल आने की संभावना है।
——– विनय तिवारी, एसपी, समस्तीपुर