समस्तीपुर के मस्जिदों में दूसरे जुम्मे पर नमाज को उमड़ी अकीदतमंदों की भीड़
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समस्तीपुर :- रमजान के महीने के दूसरे जुम्मे को रोजेदारों ने मस्जिदों में जुम्मे की नमाज पढ़ी। इससे गोला रोड स्थित बड़ी मस्जिद, छोटी मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में रोजेदारों की भीड़ लगी रही। नमाज पढ़ने आए रोजेदारों ने बताया कि जैसे-जैसे रमजान शरीफ का महीना आगे बढ़ रहा है,वैसे ही मस्जिदों में रोजेदारों की तादाद बढ़ रही है। शुक्रवार को रमजान का दूसरा जुम्मा था। जुम्मे के दिन की खास अहमियत होती है।
विभिन्न मस्जिदों में इमाम ने रमजान की अहमियत बताई। साथ ही गरीबों की मदद करने का सुझाव दिया। इमामों ने रमजान की फजीलत और रहमत का बयान किया। दूसरे और तीसरे अशरे में इफ्तार कराने का सिलसिला बढ़ जाता है। शुक्रवार को भी तमाम लोगों ने इफ्तार कराए। हर कोई रोजेदारों को घर बुलाकर इफ्तार कराके नेकियां बटोरने में जुटा है। इसके साथ ही आपसी भाईचारे की मिसाल भी कायम की जा रही है।
समाजिक संगठन, व्यापारी संगठनों के अलावा अन्य धर्म के लोग भी इफ्तार कराके भाईचारे का संदेश दे रहे हैं। इमाम ने बताया कि इस्लाम में मान्यता है कि रमजान के महीने को तीन हिस्सों में बांटा जाता है। रमजान के एक माह को 10-10 दिनो के रोजे के अनुसार पहला, दूसरा और तीसरा अशरा कहलाता है। पहला अशरा रहमत का होता है। दूसरा अशरा मगफिरत यानी गुनाहों की माफी का होता है और तीसरा अशरा जहन्नुम की आग से खुद को बचाने के लिए होता है।