समस्तीपुर में निर्वाचन विभाग द्वारा करीब 20 हजार कर्मियों का डाटाबेस तैयार, पारदर्शी चुनाव के लिए कई स्तर पर नियमों में बदलाव
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर :- लोकसभा आम निर्वाचन 2024 को लेकर जिले में जोर- शोर से तैयारी चल रही है। चुनाव के दौरान मतदान कराने के लिए जिला निर्वाचन विभाग द्वारा करीब 20 हजार कर्मियों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इसको लेकर सभी प्रधान सहायक को अपने अधीनस्थ कर्मियों की पूरा डाटा उपलब्ध कराने को कहा गया है। वहीं इसका प्रमाण पत्र भी देना है कि किसी का नाम नही छूटा है।
ये मतदान कर्मी जिले के दस विधानसभा क्षेत्रों में बनाए गए मतदान केन्द्रों पर तैनात किए जाएंगे। जो ईवीएम से मतदान की प्रक्रिया को संपन्न कराएंगे। आंकलन के मुताबिक चुनाव में 16 से 17 हजार कर्मियों का आवश्यकता होगी। बीस प्रतिशत मतदान कर्मियों को रिजर्व रखा जाएगा। चुनाव ड्यूटी से नाम हटाने या अनुपस्थित रहने पर रिजर्व कर्मचारी की तैनाती होगी।
बताया गया है कि इस बार चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए भी कई स्तर नियमों में बदलाव किया गया है। लगभग आधे मतदान केन्द्रों पर सीसीटीवी से निगरानी होगी। जिले में अभी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 3056 मतदान केंद्र बनाए गए है। इसमें 1500 से अधिक मतदाता होने की स्थिति में सहायक मतदान केंद्र भी बनाए जा सकते है। सहायक मतदान केंद्र बनाने के लिए आवश्यक सुविधाओं का मूल्यांकन कर प्रतिवेदित करने को कहा गया है।
कर्मियों के बैंक खाते में मानदेय भेजने की योजना :
पहले मतदान कर्मी, प्रेक्षक, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा चुनाव में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को नकद पैसा दिया जाता था, लेकिन इस बार व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए मतदान कर्मियों के बैंक खाते में मानदेय भेजने की योजना है। इसके लिए कर्मचारियों की फीडिंग के दौरान सैलरी अकाउंट नंबर भी दर्ज किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने आदेश जारी किया है कि अब किसी भी चुनाव कर्मियों को नकद पैसा नहीं मिलेगा। चुनाव में पीठासीन अधिकारी, प्रथम, द्वितीय और तृतीय अधिकारी लगते हैं। इसके अलावा वीडियोग्राफी कार्मिक, सेक्टर, जोनल, स्टैटिक मजिस्ट्रेट लगाए जाएंगे।