आलमपुर में लहराया पंचशील ध्वज, पाखंडवाद पर प्रहार का लिया संकल्प
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समस्तीपुर/विभूतिपुर [विनय भूषण] :- विभूतिपुर प्रखंड अंतर्गत आलमपुर डीह वार्ड संख्या-13 स्थित राम कुमार के आवासीय परिसर में मंगलवार को पंचशील ध्वज का विधिवत ध्वजारोहण किया गया। विभूतिपुर में पहली बार ऐसे ध्वजारोहण उपरांत ‘नमन’ कार्यक्रम के तहत ध्वज के नीचे बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर, सम्राट अशोक महान और गौतम बुद्ध के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर लोगों ने उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजाराम महतो ने की। संबोधित करते हुए शिक्षाविद मंजित सिंह ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुशासन और अखंड भारत का मतलब सम्राट अशोक महान होते हैं। प्राचीन भारतीय इतिहास में साक्ष्य के तौर पर आज भी शिलालेखों, स्तंभों और कलाकृतियों को देखा जा सकता है। अशोक स्तंभ भारत के समृद्धशाली, वैभवशाली और शक्तिशाली होने का प्रतीक है। कालांतर में उपेक्षा और वर्तमान की परिवेश में गौरवशाली अतीत को संजोना चुनौतीपूर्ण है।
वक्ताओं में अरविंद कुमार ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने संविधान में हर एक भारतीय का बखूबी ख्याल रखा गया है। मगर, इसमें हमें जो मूल अधिकार दिया है, उसे कुचलने की गहरी साजिश की जा रही है। इसके लिए संघर्ष का रास्ता अपनाने और आमजनों से अपने-अपने बच्चों को पढ़ा-लिखाकर सफलता के बुलंदियों तक पहुंचाने की अपील की। इस दौरान वक्ताओं ने विरोध जताते हुए पाखंडवाद पर प्रहार करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम को सुमन सौरभ, रामप्रताप सिंह, कमल कुमार सिंह, ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, विनय भूषण, राजेश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, राम उदय कुमार, दिनेश महतो, विष्णुदेव महतो, रामदेव महतो, अनिता कुमारी, मानकी आदि ने संबोधित किया।