फाइटर पूजा तोमर ने रचा इतिहास, UFC में जीत दर्ज करने वाली बनीं पहली भारतीय
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पूजा तोमर अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (यूएफसी) में जीत दर्ज करने वाली भारत की पहली मिश्रित मार्शल आर्ट फाइटर बन गई है। पहली बार इस तरह की प्रतियोगिता में भाग ले रही पूजा ने यूएफसी लुइसविले में शनिवार को स्ट्रॉवेट (52 किग्रा) मुकाबले में ब्राजील की रेयान डॉस सैंटोस पर 30-27, 27-30, 29-28 से विभाजित निर्णय से जीत हासिल की।
इतिहास रचने के बाद पूजा ने क्या कहा?
पूजा ने मुकाबले के बाद कहा,‘यह केवल मेरी जीत नहीं है। यह भारत के सभी प्रशंसकों और भारतीय फाइटर की जीत है। इससे पहले सभी सोचा करते थे कि भारतीय फाइटर चुनौती पेश नहीं कर सकते हैं। मैं केवल जीत के बारे में सोच रही थी और मैंने दिखाया कि भारतीय फाइटर हारने वालों में शामिल नहीं हैं।’
‘साइक्लोन’ के नाम से मशहूर 30 वर्षीय पूजा ने पिछले साल अक्टूबर में यूएफसी के साथ अनुबंध किया था और इस तरह से वह मिश्रित मार्शल आर्ट्स की सबसे बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला बन गईं। अंशुल जुबली और भरत कंडारे ने यूएफसी में विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुधाना गांव में जन्मी पूजा पांच बार की राष्ट्रीय वुशु चैंपियन हैं और कराटे और ताइक्वांडो में भी भाग लेती रही है। पूजा ने कहा,‘मुझे जीत की पूरी उम्मीद थी और मैंने काफी आक्रमण किया। लेकिन मैं अपना शत प्रतिशत प्रदर्शन नहीं कर पाई। दूसरे राउंड में मैं दबाव महसूस कर रही थी। मुझे अभी काफी सुधार करने की जरूरत है।’
कैसा रहा पूजा और डॉस सेंटोस का मैच?
दोनों के बीच की फाइट बहुत ही शानदार रही। पूजा और उनकी विरोधी दोनों ने ही अपने-अपने दमखम दिखाए। पहले राउंड में पूजा ने जबरदस्त किक मारे और दबदबा बना लिया। उनकी ये किकें डॉस के शरीर पर सीधे लग रहीं थीं। दूसरे राउंड में डॉस ने वापसी की। वो लगातार आगे बढ़ रहीं थीं और पूजा को पीछे हटकर वार करने के लिए मजबूर कर रहीं थीं। इस राउंड में ब्राजीलियाई खिलाड़ी ने भी पूजा की तरह ही लात लगाने की तरकीब अपनाई और सफल भी रहीं। दोनों महिला फाइटर्स ने जमकर लड़ाई की। आखिरी राउंड बहुत ही रोमांचक था और बराबरी का रहा, लेकिन आखिर में पूजा ने तीसरा राउंड जीता और पहली बार यूएफसी में जीत हासिल की।