जितवारपुर में हुए गोलीकांड व ह’त्याकांड के मुख्य आरोपी जिला राय ने कोर्ट में किया सरेंडर, रिमांड पर लेगी पुलिस
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समस्तीपुर :- मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत जितवारपुर निजामत में बीते 8 जून को जमीनी विवाद को लेकर हुए फायरिंग में सेवानिवृत्त रेलकर्मी देव नारायण राय के हत्या व मृतक के पुत्र सुरेंद्र राय और एक अन्य रिस्तेदार छात्र नेता मुलायम सिंह यादव को जख्मी कर फरार हो जाने वाले आरोपी विकास राय उर्फ जिला राय ने गुरुवार को समस्तीपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
इसके बाद कोर्ट के आदेश पर आरोपी जिला राय को हिरासत में लेकर मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस गोलीकांड व हत्याकांड को लेकर मृतक देवनारायण राय की पुत्रवधू व जख्मी सुरेंद्र राय की पत्नी प्रिया कुमारी के आवेदन पर मुफस्सिल थाने में कांड संख्या 199/24 दर्ज किया गया था जिसमें पुलिस के द्वारा अनुसंधान किया जा रहा था।
दिये गए आवेदन में स्व. रामाश्रय राय के पुत्र शत्रुध्न राय और सतेंंद्र राय, शत्रुध्न राय के पुत्र विकास उर्फ जिला राय, पत्नी किरण देवी, सतेंद राय की पत्नी जयमंती देवी, पुत्र नीतिश कुमार उर्फ भोला यादव, जितवारपुर निजामत वार्ड संख्या-19 निवासी सत्यनारायण राय के पुत्र रामप्रीत राय, उसकी पत्नी उषा देवी, पुत्र मनीष कुमार समेत परिवार के 13 लोगोंं को नामजद किया गया था।
मामले में पुलिस ने पहले ही जिला राय की मां किरण देवी व फूफा रामप्रीत राय को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं जिला राय की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। पुलिस दबीश के कारण जिला राय ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस छापेमारी कर रही है। वहीं जिला राय को पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर भी ले सकती है।
दोनों जख्मी खतरे से बाहर :
घटना में जख्मी सुरेंद्र राय व उनके साले मुलायम सिंह यादव अब खतरे से बाहर है। घटना के दिन सुरेंद्र राय की स्थिति काफी दयनीय थी। सदर अस्पताल में डाॅक्टर के द्वारा दोनों को रेफर कर दिया गया था। लेकिन परिजनों ने शहर के ही आदर्श नगर स्थित कृष्णा हाॅस्पीटल में दोनों को भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने दोनों को बचा लिया। सुरेंद्र राय की स्थिति काफी खराब थी लेकिन उच्चस्तरीय इलाज व एम्स नई दिल्ली के सर्जन अभिनव आनंद ने आपरेशन कर जान बचा ली। अब भी दोनों को आईसीयू में ही रखा गया है। जहां दोनों खतरे से बाहर बताए गए हैं।