समस्तीपुर रेल मंडल की नई पहल; ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना से उत्पन्न बिजली से रेलवे मंडल प्रशासन करेगी ट्रेनों का परिचालन
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समस्तीपुर : समस्तीपुर रेलवे मंडल भारतीय रेल में नई पहल करने वाली है। सब ठीक-ठाक रहा तो बहुत जल्द ही समस्तीपुर रेलवे मंडल प्रशासन ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना के तहत उत्पन्न बिजली से ट्रेनों का परिचालन करेगी। इस परियोजना के तहत पावर स्टेशन निर्माण को लेकर मंडल प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए प्रथम चरण में समस्तीपुर रेलवे मंडल के दौरम मधेपुरा में 2.5 मेगावाट और पंडौल स्टेशन के पास 7.5 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए सब स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा।
इन दोनों योजना पर करीब 50 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है। इन दोनों योजना पर कार्य को लेकर रेलवे मंडल प्रशासन ने टेंडर आमंत्रित कर दिया है। जुलाई महीने में इसको लेकर टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी इसके बाद ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा सब स्टेशन का निर्माण शुरू हो जाएगा। यहां बता दें कि मंडल प्रशासन ने बिजली की बचत को लेकर हाल ही मंडल के 30 स्टेशनों को सौर ऊर्जा से जगमग किया था स्टेशनों पर मिल रही सफलता के बाद अब सौ रद्द उर्जा पावर सब स्टेशन बनाने की कवायत तेज की गई है।
क्या है रेलवे मंडल प्रशासन की योजना :
डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि बिजली की खपत को कम करने के लिए रेलवे मंडल प्रशासन सार्वजनिक और निजी साझेदारी के तहत समस्तीपुर रेलवे मंडल के दौरम मधेपुरा में 2.5 मेगावाट और पंडौल स्टेशन के पास 7.5 मेगावाट कुल 10 मेगावाट की ग्राउंड माउंटेड सौर ऊर्जा परियोजना को लेकर सब स्टेशन निर्माण करने वाली है। इस दोनों योजना को पूर्ण करने में करीब 50 करोड़ रूपया खर्च होने का अनुमान है।
प्रतिदिन 40 हजार यूनिट बिजली का होगा उत्पादन :
डीआरएम ने बताया कि इन दोनों योजना के शुरू हो जाने पर प्रतिदिन लगभग 40 हजार यूनिट प्रदूषण मुक्त बिजली का उत्पादन होगा। यह बिजली रेनुवल एनर्जी की दिशा में रेलवे द्वारा बढ़ाया गया एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली से चलेगी ट्रेन :
इस परियोजना से रेलवे को सस्ती दरों पर और सौर ऊर्जा से प्राप्त बिजली मिलेगी। जिसका इस्तेमाल बिजली ट्रेनों के परिचालन में भी किया जाएगा। उत्पादन की अधिकता की स्थिति में इस बिजली का उपयोग बिहार सरकार के माध्यम से आम जनता के उपयोग के लिए भी दिया जाएगा।
बिजली की खपत होगी कम :
इस दोनों प्लांट के शुरू होने से समस्तीपुर रेलवे मंडल में बिजली के मद्य में खर्च होने वाले करोड़ों रुपए की बचत होगी। जिससे रेलवे का खर्च घटेगा और आय में बढ़ोतरी होगी जिसका लाभ आम यात्रियों को भी मिलेगा।