मानसून आते ही डेंगू को लेकर समस्तीपुर में स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर :- मानसून आते ही स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर अलर्ट हो गया है। सभी अनुमंडलीय अस्पतालों के डीएस व सभी पीएचसी व सीएचसी प्रभारियों को सभी आवश्यक तैयारी पूरा करने का आदेश दिया गया है। सीएस डॉ. एसके चौधरी ने सभी डीएस व पीएचसी व सीएचसी प्रभारियों को अपने-अपने अस्पतालों में डेंगू वार्ड के लिए जगह चिंहित कर तैयार करने का आदेश दिया है। ताकि संदिग्ध डेंगू मरीज मिलने पर उस वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा सके।
डीएमओ डॉ. विजय कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में रहते हुए कार्य कर रहा है। मानसून के बाद डेंगू के बढ़ने की संभावना होती है। इसके लिए अभी से ही जागरुक करने का निर्देश दिया गया है। आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा क्षेत्र भ्रमण के दौरान पंपलेट वितरण करने को कहा गया है। वहीं चिकित्सकों को ओपीडी में आए मरीजों को भी डेंगू से सतर्क व जागरुक रहने के लिए जानकारी दी जा रही है।
पानी में पनपता है मच्छर:
डीएमओ डॉ. विजय कुमार ने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया की बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से होती है। इस मच्छर की खासियत होती है कि यह दिन में ही काटता है व स्थिर साफ पानी में ही पनपता है। इसलिए घरों व आसपास पानी नहीं जमा होने दें।
तेज बुखार व चकते निशान है लक्षण:
डीएमओ ने बताया कि डेंगू के लक्षण में तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द तथा आंखों के पीछे दर्द होना। त्वचा पर लाल धब्बे व चकते का निशान होना। काला पैखाना होना। नाक, मसूढ़ों से या उल्टी के साथ खून निकलना इसका मुख्य लक्षण है। ऐसा होने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज पर जाकर संपर्क करने की जरुरत है।
डेंगू से बचाव को करें यह उपाय:
दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। मच्छर भगाने वाली क्रीम व दवा का प्रयोग करें। पूरे शरीर को ढंकने वाला कपड़ा पहने। टूटे फूटे बर्तानों, कूलरों, एसी, फ्रिज के ट्रे की सफाई करते रहें और पानी नहीं जमने दें। गमला का हर दूसरे दिन पानी बदल दें। जमे हुए पानी पर मिट्टी तेल डालें।
नि:शुल्क है एंबुलेंस सेवा :
डेंगू के लक्षण मिलने पर मरीज को सरकारी एंबुलेंस नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाती है। इसके लिए मरीज या उनके परिजनों को तत्काल 102 पर कॉल कर एंबुलेंस की मांग करें और संबंधित अस्पताल में जाकर जांच कराएं। डीएमओ ने कहा कि समय पर उपचार होने पर मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं। समय पर बीमारी की पहचाान होने पर सभी रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की जरुरत भी नहीं होती है। सभी अस्पतालों में जांच किट में भी नि:शुल्क उपलब्ध है।