समस्तीपुर में फाइलेरिया मरीजों को मिलेगा किट; तौलिया, एंटीसेप्टिक, जूता-चप्पल व विशेष कमोड दिया जाएगा मुफ्त
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समस्तीपुर :- जिला प्रशासन द्वारा लगातार फाइलेरिया के प्रति जागरूकता अभियान चला रहा है एवं इसके रोकथाम के लिए काम कर रहा है। इसी दिशा में शनिवार को समाहरणालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में फाइलेरिया से संबंधित विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं लेप्रा सोसायटी के प्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को फाइलेरिया के विभिन्न पहलुओं के संबंध में जानकारी दी गयी।
कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन की जोनल को-ऑर्डिनेटर डॉ. माधुरी ने फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सभी से दावा खाने की अपील की एवं सर्वजन दवा सेवन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। कार्यशाला के दौरान उन्होंने विशेष फाइलेरिया किट दिखाई जिसमें फाइलेरिया रोगियों के लिए तौलिया, एंटीसेप्टिक और विभिन्न क्रीम शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया रोगियों के लिए किट के अलावा विशेष प्रकार के जूते भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
कार्यशाला में लेप्रा सोसायटी के प्रतिनिधि ने फाइलेरिया रोगियों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए विभिन्न सैंडल, चप्पल और जूतों का प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि ये जूते मरीजों की जरूरत के अनुसार से भी तैयार किए जाते हैं और मरीज इसे पी.एच.सी कल्याणपुर से मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं। कई फाइलेरिया रोगियों को शौच के दौरान कठिनाई का सामना करना पड़ता है, उनके लिए एक विशेष कमोड तैयार किया गया है, जिसका कार्यशाला में प्रदर्शन भी किया गया। इसी प्रकार कार्यशाला में फाइलेरिया रोगियों की देखभाल के संबंध में भी विभिन्न जानकारी दी गई।
कार्यशाला में जिला अधिकारी सबसे पहले सभी से अपील की कि वे फाइलेरिया रोगियों की मदद करें, उनके प्रति कलंक न रखें तथा आवश्यकता पड़ने पर उन्हें आवश्यक सहयोग प्रदान करें।कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को फाइलेरिया रोगियों के लिए जिले में उपलब्ध सहायता के बारे में जागरूक करना था, ताकि आवश्यकता पड़ने पर वे उनकी मदद कर सकें। कार्यशाला में जिला अधिकारी, अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता (आपदा), राजस्व प्रभारी पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य विभागों के वरीय पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में मौजूद थे। वही अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े थे।