विद्यापतिनगर के गांवों व कस्बों में घुसा वाया नदी का पानी, सुरक्षित आशियाना की तलाश में लोग
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समस्तीपुर/विद्यापतिनगर [पद्माकर सिंह लाला] :- गंगा और सहायक वाया नदी की बाढ़ के लगातार जल स्तर में बढ़ोत्तरी के बाद विद्यापतिनगर प्रखंड के दियारा में इलाका के चार पंचायतों के दियारा भाग सहित निचले हिस्से में फैलने के कारण बाढ़ का पानी सड़कों पर भी चढ़ गया है। दियारा में बसी गांव की आबादी का सड़क संपर्क भंग हो गया है। नतीजतन हजारों लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
आवागमन का एक मात्र साधन नाव ही बचा है। वहीं किसानों के खेतो में लगी भदई मक्का, मिर्च, सब्जियों और पशु चारा की फसल डूबने से किसान माथा पीट रहे हैं। मऊ धनेशपुर दक्षिण निवासी किसान अमरनाथ सिंह मुन्ना ने बताया कि लाखों रुपए की मिर्च की फसल डूब जाने से आर्थिक परेशानी बढ़ गई है।
उधर शेरपुर दियारा, मऊ दियारा, लोदियाही, विशनपुर, समसीपुर, चमथा, दादा टोल, गोप टोल, नीलखेत, गरेरी टोल सहित बछवाड़ा प्रखंड के चमथा एक, चमथा दो और विशनपुर पंचायतों के कुर्मी टोल, चमथा नंबर, माझिल खूंट, समसीपुर , लोदियाही दियारा आदि दर्जनों पंचायतों के करीब 25 हजार की आबादी बाढ़ की पानी से धीरे हुए हैं। जिससे लोगों का घर से निकलना कठिन हो गया है।
बच्चे स्कूल जाना बंद कर चुके हैं। लोग सुरक्षा के लिए ऊंचे स्थान की तलाश में हैं। वहीं बाढ़ पीड़ित अपनी जानमाल की सुरक्षा को लेकर अपने घर की छतों, खुले आकाश के नीचे शरण लिये हुए हैं। वहीं कई स्थानों पर लोग पूरी रात एक ही चौकी पर बैठकर गुजार रहे हैं। जिनके पास पक्का मकान है उनकी छतों पर आसपास के लोगों ने शरण ले रखी है। सभी सुरक्षित स्थानों की खोज में जुटे हुए हैं। इघर सीओ कुमार हर्ष ने बताया कि बाढ़ को लेकर युद्धस्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है। नाव की व्यवस्था की जा रही है। जिला से निर्देश मिलते ही बाढ़ पीड़ितों के ठहरने, खाने, शुद्ध पेयजल, दवा आदि की समुचित उपाय किये जाएंगे।