चौथी क्लास के छात्रा की स्कूल में बेरहमी से पिटाई; मां ने शिक्षक, प्रिंसिपल व मैनेजर के खिलाफ थाने में दर्ज कराया FIR
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समस्तीपुर/दलसिंहसराय :- समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय से एक मामला सामने आया है, जहां एक स्कूल में शिक्षक ने चौथी क्लास की एक छात्रा की बेहरमी से पिटाई कर दी। इससे स्टूडेंट के शरीर पर काफी गंभीर चोटे आयी। मामला गुरुवार का है, जहां दलसिंहसराय स्थित संत स्टेफिन स्कूल में किसी बात को लेकर शिक्षक ने बच्ची की इस कदर पिटाई कर दी की वह बेसुध हो गई। वहीं, परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो वो स्कूल पहुंचे और बच्ची को इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद बच्ची की मां प्रीति आनंद के द्वारा दलसिंहसराय थाने में स्कूल के शिक्षक, प्रिसिंपल व मैनेजर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मुकदमा (395/24) दर्ज कर लिया है। वहीं मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है।
पीड़ित छात्रा की मां ने आवेदन में क्या कुछ लिखा :
पीड़ित छात्रा की मां ने आवेदन में लिखा है की 19 दिसंबर को संजय सर द्वारा मेरी बच्ची का हाथ मरोड़ा गया और मेरी बच्ची को डॉली मैडम द्वारा पॉच-छ: थप्पड़ और छड़ी से मारा-पीटा गया जिससे मेरी बच्ची जख्मी हो गयी। पुनम मैडम तथा विधान सर दोनों मिल कर मेरी बच्ची को अभद्र शब्द का प्रयोग करते हुए मानसिक प्रताड़ित किये फिर मेरी बच्ची को पुनम मैडम तथा विधान सर जान मारने की नियत से गला दवाये और पुनम मैडम ने धमकी दी कि यही तीसरी मंजिल से नीचे फेंक देगे तो तुम्हारी जान चली जायेगी।
फिर विधान सर द्वारा छड़ी से धकेलते हुए नीचे कार्यालय में लाया गया और वहां मेरी बच्ची को इन सभी शिक्षकों ने विद्यालय के मैदान में बैठा दिया तथा उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं मैनेजर के द्वारा मेरी बच्ची को रस्टिकेट की धमकी दी गई और कहा गया कि ऐसा कार्रवाई करेंगे कि तुम्हारा किसी अन्य विद्यालय में नामांकन नहीं हो पायेगा। उपरोक्त घटना से आहत होकर मेरी बच्ची डरकर अपनी युनिफॉर्म में ही ट्यालेट कर दी।
इसकी सूचना हमलोगों को अन्य माध्यम से मोबाईल द्वारा प्राप्त होने पर वहां पहुँचे तो हमने देखा कि मेरी बच्ची बेसुथ पड़ी थी। कारण पूछने पर प्रधानाध्यापक एवं मैनेजर द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए हमलोगों को विद्यालय से धक्का देकर बाहर निकाल दिया गया और कहा गया कि तुम्हारी बच्ची को इस विद्यालय से रस्टिकेट किया जाता है और विद्यालय प्रशासन द्वारा जान मारने की धमकी भी हमे दी गईं।