नगर निगम बोर्ड की बैठक में विकास की कई योजनाओं को किया गया पारित, उप-मेयर ने अनियमितता का आरोप लगा किया बहिष्कार
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समस्तीपुर :- शहर के विकास की कई योजनाओं को शनिवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक में पारित किया गया। मेयर अनिता राम की अध्यक्षता में हुई बैठक का संचालन नगर आयुक्त केडी प्रोज्जवल ने किया। बैठक में शहर के विकास से जुड़ी योजनाओं व विभिन्न मसलों पर विचार विमर्श हुआ। प्रारंभ में नगर आयुक्त केडी प्रोज्जवल ने विकास का एजेंडा बैठक में रखा। जिसे कुछ विरोध व आपत्ति के बाद पारित किया गया। पारित एजेंडा में सशक्त स्थायी समिति की बैठक में लिये गए निर्णय की सम्पुष्टि भी की गई।
जानकारी के अनुसार, नगर निगम के दैनिक सफाई कर्मियों का पारिश्रमिक वृद्धि के प्रस्ताव के अलावा सबके लिए आवास योजना 2020 में लाभुकों के सर्वे के बाद स्वीकृति का अनुमोदन किया गया। नई स्ट्रीट लाईट लगाने के लिए कराये गये सर्वे का अनुमोदन किया गया। ईईएसएल द्वारा पूर्व से शहर में लगी हुई स्ट्रीट लाईट के रख-रखाव के लिए एजेंसी के चयन के लिए निविदा निकालने के प्रस्ताव को हरी झंडी दी गई। नल-जल की जलापूर्ति के क्रियान्वयन संबंधित प्रस्ताव पारित किया गया।
मगरदही घाट व मथुरापुर गोलम्बर, स्टेशन चौक, गांधी स्मारक सदर अनुमंडल परिसर में डॉ. भीमराव अम्बेदकर स्थल, कर्पूरी स्मारक स्थल, सत्यनारायण सिंह स्थल, छठ घाट के सौंदर्यीकरण संबधी प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। नई योजनाओं के चयन पर भी सहमति मिली। कम्पोस्ट पीट के विधिवत संचालन के लिए एजेंसी के चयन संबंधित प्रस्ताव भी पारित हुआ। जल-जीवन हरियाली योजनाओं के चयन व अनुमोदन संबधी प्रस्ताव पास हो गया। बोर्ड की बैठक में बिहार विधान पार्षद डॉ. तरुण कुमार चौधरी, निगम के सशक्त स्थायी समिति के सभी सदस्य के अलावा वार्ड पार्षद शामिल थे।
उप-मेयर ने बैठक का किया बहिष्कार :
बैठक में उप मेयर रामबालक पासवान ने शहर में नगर निगम की ओर से विभागीय स्तर पर कराये जा रहे विकास की योजनाओं में अनियमितता, वित्तीय गड़बड़ी व गुणवत्ता का सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि शहर में विकास के काम में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। इससे सरकार की राशि का अपव्यय हो रहा है। सरकार जनता के हित व कल्याण के लिए राशि देती है। उसका सदुपयोग होना चाहिए।
उन्होंने योजनाओं की राशि में बंंदरबांट पर भी रोक लगाने की मांग की। इस पर कुछ वार्ड पार्षदों ने उनकी बात पर विरोध जताते हुए उनसे माफी मांगने की मांग कर दी। जिससे उप मेयर आक्रोशित हो गये। उन्होंने यह कहते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया कि अनियमितता के बारे मे सवाल उठा कर उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। उप मेयर ने बताया कि जिन वार्ड पार्षदों ने उनसे माफी मांगने की मांग की उन्हें महापौर का भी मौन समर्थन था। जिसके कारण उन्होंने बैठक का बहिष्कार किया।
बैठक के बाद MLC ने क्या कुछ कहा :
बैठक के बाद मेयर और नगर आयुक्त ने क्या कुछ कहा :