ताजपुर स्थित सीमेंट फैक्ट्री में ट्रक से दबकर मजदूर की मौ’त के बाद जमकर ब’वाल व तो’ड़फोड़
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समस्तीपुर/ताजपुर :- समस्तीपुर जिले के बंगरा थाना अंतर्गत सरसौना गांव स्थित सीमेंट फैक्ट्री में काम जर रहे एक मजदूर की ट्रक से दब कर मौत हो गयी। यह हादसा गुरुवार देर रात हुआ। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह हंगामा करने के साथ फैक्ट्री में तोड़फोड़ की। बाद में बंगरा के अलावा ताजपुर थाने की पुलिस फैक्ट्री पहुंची और लोगों को समझा बुझा कर शांत कराया। हादसे में मरने वाले मजदूर की झारखंड के पलामू जिला के चचेरिया गांव निवासी सूर्यकांत कुमार (22 वर्ष) के रूप में पहचान की गयी है।
सीमेंट फैक्ट्री में ट्रक से दबकर मजदूर की मौत, तोड़फोड़। समस्तीपुर जिले के बंगरा थाना अंतर्गत सरसौना गांव की घटना।#Samastipur #Tajpur #Bangra pic.twitter.com/fioJJdxvvC
— Samastipur Town (@samastipurtown) December 13, 2024
जानकारी के अनुसार, सूर्यकांत 15 दिन पहले ही सीमेंट फैक्ट्री में काम करने आया था। बताया गया है कि वह बीती रात करीब डेढ़ बजे फैक्ट्री में सीमेंट बनाने वाले मशीन में मैटेरियल डाल रहा था। उसी दौरान मैटेरियल लेकर आये एक ट्रक ने उसे कुचल दिया। इसके बाद फैक्ट्री का मैनेजर जख्मी सूर्यकांत को इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल ले गया। जहां देखने के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद मजदूर के शव का पोस्टमार्टम कराने के बजाय मैनेजर एम्बुलेंस पर शव लेकर फैक्ट्री के लिए चला। एम्बुलेंस में सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाला मृतक चचेरा भाई भी था। मैनेजर शव फैक्ट्री लाने के बजाय सड़क पर ही इधर उधर घुमाने लगा। जिस पर घटना को दूसरा रूप देने की आशंका को लेकर मृतक के चचेरे भाई ने विरोध किया तो मैनेजर ने उसे पीट दिया। जिसके बाद चचेरे भाई ने सरसौना गांव के लोगों को घटना की जानकारी देने के साथ अपनी आशंका और पिटाई से अवगत कराया।
जिस पर गांव के लोगों ने उससे मोबाइल पर लोकेशन लेकर एम्बुलेंस को घेरा। इसके बाद सुबह में फैक्ट्री में सुबह तोड़फोड़ की। जिससे फैक्ट्री में गार्ड को छोड़कर मैनेजर समेत सभी कर्मी फरार हो गए। आक्रोशित ग्रामीण मृतक के परिजन को दस लाख रुपये मुआवजा देने, फैक्ट्री के सेफ्टी मैनेजर व संचालक के अलावा ट्रक चालक पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। हंगामे की सूचना पर बंगरा और ताजपुर थाने की पुलिस पहुंची और सभी को शांत कराया। बाद में फैक्ट्री के मैनेजर को बुला सरसौना के मुखिया व मजदूरों के प्रतिनिधिमंडल की बात करायी। तब लोग शांत हुए।