बिहार में अब नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए की नई सरकार बनी है। इससे पहले महागठबंधन की सरकार थी। जिसमें नीतीश ही सीएम थे। लेकिन आखिर क्यों महागठबंधन से नीतीश कुमार का मोहभंग हुआ। इसकी मुख्य वजह राजद और कांग्रेस है। जिसकी जिक्र खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर चुके हैं। नीतीश के पाला बदलने के पीछे इंडिया गठबंधन की सुस्ती और निष्क्रियता के साथ ही राज्य सरकार में साझीदार राजद द्वारा नीतीश सरकार के तमाम कार्यों का श्रेय लेने के लिए आगे आना एक बड़ी वजह बनकर उभरी। हालांकि मुख्यमंत्री ने लम्बे समय तक इसको लेकर चुप्पी भी साधे रखी। रविवार को इस्तीफा देने के बाद उन्होंने विशेष तौर से इसका जिक्र भी किया। अब सिलसिलेवार समझिए पूरी कहानी।
13 दिसम्बर- जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तारीख तय हुई
19 दिसंबर- इंडिया गठबंधन की बैठक में संयोजक का पद तय नहीं होना और न ही साथी दलों के बीच सीटों का बंटवारा होना
29 दिसंबर- ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाये गये। 29 दिसम्बर को ही नीतीश कुमार फिर जदयू अध्यक्ष बने।
13 जनवरी- नीतीश कुमार ने संयोजक का प्रस्ताव ठुकराया
13 जनवरी- बिहार सरकार ने नवचयनित 96 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा
14 जनवरी- राजद ने सभी प्रमंडल में प्रेस कांफ्रेंस कर इसका श्रेय तेजस्वी के नाम लिया
15 जनवरी- राबड़ी देवी के आवास में दही चूड़ा भोज में लालू और नीतीश में दूरी दिखी
19 जनवरी- अशोक चौधरी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने कभी नहीं कहा कि जदयू के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हैं
20 जनवरी- संजय कुमार झा ने कहा, लोकसभा चुनाव में जदयू का प्रदर्शन बेहतर होंगे। इंडिया गठबंधन की चर्चा नहीं थी।
21 जनवरी- संजय कुमार झा ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर ही लोग वोट देते हैं। 2005 से ही नीतीश कुमार फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं।
23 जनवरी- जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस अग्रणी भूमिका निभाने में पिछड़ गई
24 जनवरी- कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिवारवाद पर जोरदार हमला किया।
25 जनवरी- केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिंन्हा सहित प्रदेश भाजपा नेता दिल्ली गए। जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ बैठक हुई।
25 जनवरी- सुशील मोदी ने कहा, दरवाजे बंद होते हैं तो खुलते भी हैं।
26 जनवरी- राजभवन में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नहीं जाना।
27 जनवरी- बक्सर के सरकारी कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नहीं जाना।
27 जनवरी- राजद, भाजपा और हम विधायक दलों की अलग-अलग बैठक
28 जनवरी- भाजपा और जदयू विधानमंडल दल की बैठक में साथ में सरकार बनाने का निर्णय
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आठ मंत्रियों ने रविवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सभी को शपथ दिलायी। राजभवन परिसर के राजेंद्र मंडपम में आयोजित समारोह में सबसे पहले सीएम और उसके बाद अन्य ने शपथ ली। सीएम के अलावा शपथ लेने वाले आठ मंत्रियों में जदयू से तीन, भाजपा से तीन, एक हम से जबकि एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
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