हम माला जपने वाले साधु नहीं; चुनाव से पहले चिराग को बड़ा झटका, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने छोड़ा LJPR
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लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेड़ी बज चुकी है। इस बीच लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद अरुण कुमार पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। पूर्व सांसद ने चिराग पासवान पर धोखा देने के साथ कई गंभीर आरोप लगाए हैं। कहा है कि हम माला जपने वाला साधु नहीं हैं।
मीडिया से बात करते हुए अरुण कुमार ने कहा कि चिराग पासवान को मैंने किन परिस्थितियों में साथ दिया यह सब लोग जानते हैं। उन्होंने मुझे अपना चाचा कहकर धोखा दिया। मैं कई दिनों से पटना में हूं। क्षेत्र के लोग आते हैं और चुनाव लड़ने क लिए कहते हैं। आखिर हमलोग माला जपने वाले हिमालय के साधु तो नहीं हैं। हम अपनी ताकत को बढ़ा कर जनता को ताकत देने के लिए 40 सालों से राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा अब मैं चिराग पासवान की पार्टी से अलग हो गया हूं।
लोकसभा चुनाव को लेकर अरुण कुमार ने बतिया कि उन्हें चिराग पासवान ने आश्वासन दिया था कि नवादा या जहानाबाद से उम्मीदवार बनाया जाएगा। उनके वैशाली लोकसभा से चुनाव मैदान में उतारने की चर्चा भी चली। यहां तक कि अंतिम समय तक चिराग भरोसा देते रहे कि उनकी कभी नीतीश कुमार से समझौता नहीं करेंगे। अरुण कुमार ने कहा कि अपने 40 साल के राजनीतिक जीवन में उन्हें इससे बड़ा धोखा नहीं मिला। चिराग पासवान पर नाराजगी जाहिर करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि जब पशुपति पारस ने चिराग को धोखा दिया तो उस परिस्थिति में उनके साथ खड़ा होने का काम किया। उस समय मुझे चाचा बताया जा रहा था जो कठिन हालत में साथ खड़ा था। लेकिन मुझे कुछ और मिला।
बिहार एनडीए में सीट बंटवारे के तहत चिराग पासवान की पार्टी को पांच टिकट दिए गए। इनमें हाजीपुर, वैशाली, जमुई, समस्तीपुर और खड़गिया शामिल है। चिराग पासवान ने हाजीपुर से अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया है। अपनी सीटिंग सीट जमुई से उन्होंने अपने जीजा अरुण भारती को उतार दिया। समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली पर अभी उम्मीदवारी का ऐलान नहीं किया गया है। इस बीच पार्टी के एक नेता और चिराग के करीबी ने बताया कि वैशाली के लिए उनका नाम सामने आया। लेकिन कहा गया कि विधानसभा में मौका दिया जाएगा।