समस्तीपुर में स्वास्थ्य विभाग का कमाल, महिला की मौत के 8 महीने बाद लगाया बूस्टर डोज
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समस्तीपुर/दलसिंहसराय :- वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस को लेकर बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है। चाहे वह एक व्यक्ति के 12 बार वैक्सीन लेने का मामला हो, बिना जांच करवाएं कोरोना रिपोर्ट मिलना हो या फर्स्ट डोज के लिए कोविन पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाया और बिना सुई लिए ही अन्य जिला में वैक्सीनेट करते हुए सर्टिफिकेट भेज आम बात हो गई है।
ऐसा ही एक मामला समस्तीपुर जिला में उजागर हुआ है। जहां महिला की मौत के आठ महीने बाद उसे बूस्टर डोज देते हुए उसका प्रमाण पत्र उसके परिजन के मोबाईल पर भेज दिया है। मामला दलसिंहसराय स्वास्थ्य केंद्र का है।
इस मामले का खुलासा मृत महिला के बेटे के मोबाइल पर बूस्टर डोज का मैसेस आने पर हुआ। मैसेज देख वह हैरान है कि स्वास्थ्य विभाग कैसे मृत व्यक्ति को टीका लगा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मानवीयता इतनी खत्म हो गई तो मृत व्यक्ति का भी मजाक बनाने में पीछे नहीं हैं।
सिर्फ वैक्सीन की आंकड़ों को पूरा करने के चक्कर में स्वास्थ विभाग खेल खेल रहा है। बावजूद स्वास्थ विभाग पूरी तरह मौन है। पूरे मामले पर प्राथमिक स्वास्थ केंद्र के कोई भी पदाधिकारी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं।
बताया जाता है कि शहर के वार्ड संख्या तीन निवासी पुरुषोत्तम सुरेका की पत्नी देवकी देवी (74 वर्ष) की मौत 10 दिसंबर 2021 हो बेगूसराय के ग्लोकल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी हॉस्पिटल के द्वारा जारी किया गया है। इसको लेकर मृतक के पुत्र सुमन सुरेका ने बताया कि 13 अगस्त 2022 को मेरे मोबाइल पर मां के बूस्टर डोज लेने का एसएमएस प्राप्त हुआ। फिर मैने लिंक पर जाकर प्रमाण पत्र डाउनलोड किया उसमें मेरी स्वर्गीय माता का नाम आया।
इस संबंध में पूछे जाने पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिंहा का कहना था कि मामला काफी गंभीर है। इसकी जांच कार्रवाई जाएगी और जो भी कर्मी इसमें दोषी पाए जाएंगे या जिनकी वजह से यह लापरवाही हुई होगी उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।