समस्तीपुर: सरकारी स्कूल के बच्चों से करवाया गया मजदूरी, एक किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर पहुंचाया स्कूल का सामान
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समस्तीपुर/मोहिउद्दीननगर [राम रूप राय] :- सरकारी विद्यालयों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध करने को लेकर सरकार करोड़ो रुपए खर्च कर रही है। वहीं छात्रों के परिजन बड़े सपने लिए हुए बच्चों का भविष्य संवारने के लिए जिस शिक्षा के मंदिर में इन मासूमों को भेजते हैं वहां उन्हें बाल मजदूर बना दिया जाता है। जिन कोमल हाथों से बच्चे पेन और पेंसिल चलाते हैं, उन्हीं हाथों में काम करने के लिए कुछ सामानों के बंडल थमा दिए जाते हैं।
दरअसल यह तस्वीर समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड के नारायणपुर मध्य विद्यालय एवं हनुमान नगर मध्य विद्यालय से जुड़ा है। जहां इन दोनों विद्यालय के शिक्षकों ने द्वारा बीआरसी भवन से छात्रों द्वारा किताब के बंडल ढुलवाया जा रहा हैं।
तस्वीरों में देखा जा सकता है कि छात्र अपने माथे पर बोरी के बंडल लिए और कुछ किताबों के बंडल लिए जा रहे हैं। वहीं बाल मजदूरी कर रहे छात्रों का बताना है कि उनके शिक्षक सुरेश पासवान के कहने पर किताब का बंडल उठाकर अपने स्कूल नारायणपुर जा रहे हैं। छात्र बताते हैं कि बीआरसी भवन से लेकर स्कूल की दूरी लगभग एक किलोमीटर की है।
वहीं हनुमान नगर मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक की दादिल है कि उनके पास संसाधन नही है और यह क्षेत्र बाढ़ प्रभावित है। इसलिए बच्चों की मदद से किताब मंगवाया गया। वहीं इस मामले मामले पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का कहना है की विद्यालयों में बच्चों से किसी तरह का काम नहीं लेना है। यह एक गंभीर मसला है। प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण की मांग की गई है, संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी।