अपनी जर्जरता व बदहाली पर आंसू बहा रहा मुसरीघरारी-समस्तीपुर मुख्य सड़क, आये दिन हो रही दुर्घटना…
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समस्तीपुर :- मुसरीघरारी से समस्तीपुर आने वाली मुख्य सड़क में कई जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। बारिश होने के कारण कई जगहों पर घुटना भर पानी लग जाता है। बारिश के बाद विभाग के द्वारा रोड़ा-पत्थर डालकर किसी तरह चलने लायक तो बना दिया जाता है लेकिन दो-तीन दिनों के बाद फिर पुरानी स्थिति में पहुंच जाती है।
इससे एक ओर जहां दुर्घटनाएं हो रही है, वहीं दूसरी ओर वाहन भी फंस जा रहे हैं। जिससे आने-जाने में लोगों को अक्सर परेशानी झेलनी पड़ती है। यह पथ समस्तीपुर का लाइफलाइन माना जाता है। पिछले तीन साल से इस सड़क का चौड़ीकरण और डिवाइडर का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ है।
बता दें कि मुसरीघरारी से समस्तीपुर होते हुए दरभंगा, मधुबनी जाने का यह मुख्य मार्ग है। इस होकर प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं। यूं कहें कि यह सड़क हमेशा व्यस्त रहने वाली सड़कों में शुमार है। पहले से इस सड़क की चौड़ाई कम रहने और डिवाइडर नहीं होने की वजह से आने-जाने में परेशानी हो रही थी। इसको देखते हुए तीन साल पहले इस सड़क का चौड़ीकरण और डिवाइडर बनाने काे लेकर टेंडर किया गया। टेंडर के बाद काम भी शुरू करा दिया गया।
समस्तीपुर से जमुआरी पुल तक पहले से ही सड़क चौड़ी थी।जबकि जमुआरी पुल से मुसरीघरारी तक काफी संकड़ी सड़क थी। इस वजह से दुर्घटना तो होती ही थी, हमेशा सड़क जाम की स्थिति बनी रहती थी। संवेदक ने जमुआरी पुल से मुसरीघरारी तक की सड़क को चौड़ीकरण करने के लिए गड्ढा खोदकर मेटल भी डाल दिया लेकिन पहले से जगह-जगह लगे पेड़ बीच में आड़े आ गई। जब तक पेड़ काटकर नहीं हटाया जाता या उसे शिफ्ट नहीं किया जाता, तब तक इसका चौड़ीकरण कार्य किया जाना संभव नही है। इस वजह से कार्य अटका पड़ा है।
बताया जाता है कि सड़क के चौड़ीकरण की जद में आने वाले पेड़ों को हटाने के लिए निविदा से पूर्व वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र ले लिया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जिसके कारण यह पेंच फंस गया है। जब तक वन विभाग से क्लीयरेंस नहीं मिलता, तब तक यह कार्य अब आगे नहीं बढ सकता है। दूसरी ओर बिजली के खंभे को भी नहीं हटाए गए है। बिजली विभाग को भी पहले से गाड़े गए पोल को हटाकर साइड करना होगा, तभी यह काम आगे बढेगा। वहीं डिवाईडर के कारण सड़क छोटी हो गई है जिस कारण आये दिन दुर्घटना होते ही रहती है।