समस्तीपुर के तस्कर ने बैग और झोले में छिपा रखी थी 54 बोतल शराब, धनबाद स्टेशन पर धराया
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प्रतिबंध के बाद भी बिहार में चोरी-छिपे शराब पहुंच रही है। शराब तस्कर मुंहमांगी कीमत वसूल कर शराब के शौकीनों तक शराब पहुंचा रहे हैं। धनबाद से भी बिहार के लिए बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी हो रही है। बिहार आने वाली ट्रेनों के जरिए चोरी-छिपे बड़े पैमाने पर शराब भेजी जा रही है। धनबाद स्टेशन पर पकड़े गए दो शराब तस्कर और बड़े पैमाने पर शराब की बोतलों से इसका खुलासा हुआ है। पकड़े गए तस्करों में एक समस्तीपुर का जबकी दूसरा धनबाद के धैया का है।
लावारिस हालत में पड़ा था बैग और थैला
देर रात धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 2 पर बिल्कुल सुनसान जगह देखकर झोला और बैग रख दिया गया था। शराब तस्कर इस वजह से बेफिक्र थे कि यात्री बैग और झोले में शराब होने की किसी को खबर नहीं मिलेगी। देर रात ऑन ड्यूटी आरपीएफ एएसआइ अभिमन्यु सिंह, जवान प्रविंद कुमार और संजीत कुमार ने प्लेटफाॅर्म पर गश्त के दौरान सुनसान जगह पर बैग और झोला देखा।
दो लोग भी आसपास दिखे। गतिविधि संदिग्ध लगने पर बैग और झोले की जांच की गई। बड़े से यात्री बैग और झोले में शराब की बोतलें थी। आरपीएफ ने रेल पुलिस को इत्तला किया। जीआरपी के एएसआई नारद गहलोत और जवान चंदन कुमार भी पहुंच गए। शराब के साथ पकड़े गए दोनों लोगों को हिरासत में ले लिया गया। इनमें एक समस्तीपुर नगर थाना क्षेत्र के गुदरी का प्रदीप कुमार बवेजा का रहने वाला है। वहीं दूसरा गौरीशंकर धनबाद के धैया का निवासी है।
बैग और झोले से शराब की 54 बोतलें बरामद हुई हैं। तीन मोबाइल और 11160 रुपये भी बरामद किए गए हैं। शराब की बोतलों की कीमत 26000 रुपये है। पकड़े गए तस्करों ने अपने बयान में कहा है कि चोरी-छिपे शराब लेकर बिहार जाते हैं, जहां अधिक दाम में बेच देते हैं। पकड़े गए तस्करों को अग्रिम कानूनी कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग को हैंडओवर कर दिया गया है।