बालकृष्णपुर मड़वा पंचायत में नही हो सका बेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण, मुख्य सड़क किनारे फेंका जाता है कचड़ा
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समस्तीपुर/विद्यापतिनगर :- स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर की तर्ज पर ग्राम पंचायतों में हर घर से कूड-कचरा का उठाव के लिए लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के दूसरे फेज के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य का शुभारंभ प्रखंड के बालकृष्णपुर मड़वा पंचायत में किया गया था। पंचायतों को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए योजनाओं का शुभारंभ तो पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा किया गया। लेकिन आजतक बेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण नही कराया गया है।
पंचायत में बिना बेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट निर्माण के ही योजनाओं की शुरुआत करना सरकारी आदेश की अनदेखी हुई है। पंचायत में कचरा प्रबंधन के तय मानकों का उल्लंघन करते हुए योजनाओं का शुभारंभ कर विभागीय खानापूर्ति की गई। उक्त योजनाओं की क्रियान्वयन संवंधी विभागीय दिशा निर्देश के बिना अहमियत देते हुए न केवल ग्राम पंचायत अपितु प्रखंड प्रशासन भी श्रेय लेने की होड़ में दिखे।
जहां एक ओर पंचायतों के वार्डो में हर घर से कचड़ा उठवाकर स्वच्छ बनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर पंचायत के मुख्य सड़क किनारे एकत्रित कचड़े को फेंका जा रहा है। हालात यह है कि पंचायत के वार्ड से उठवाकर कचरों के अवशिष्टों को यत्र-तत्र पंचायत स्थित हाजीपुर बछबड़ा मुख्य मार्ग पर कोल्ड स्टोरेज ढाला से पश्चिम चिमनी तक सड़क किनारे फेंक दिया जा रहा है।
इससे होने वाले गंदगी व बदबू से इलाके में संक्रमण की आशंका बनी है। बल्कि खुले में विचरण करने वाले पशु भी उसे अपना निवाला बना रहे हैं। साथ ही सड़क किनारे पड़ा कूड़ा तेज हवा के साथ उड़कर लोगों के खेतों व सड़क पर फैलता है। वहीं इस सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को मुंह व नाक ढककर निकलना पड़ता है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि बिना कचरा अवशिष्ट के प्रबंधन किए बगैर आखिर किन परिस्थितियों में योजना की शुरुआत की गई ?
कहते हैं बीडीओ :
मामलें को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रकृति नयनम ने बताया कि बेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट निर्माण को लेकर भूमि अधिग्रहण नही हो सका था। अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है । शीघ्र ही यूनिट का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।