समस्तीपुर नगर निगम चुनाव में बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष की साख दांव पर, पर्दे के पीछे चल रहा मेयर बनाने के सियासी खेल
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले में शहर की सरकार चुनने की कवायद लगभग अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। निगम चुनाव में किंग मेकर की भूमिका किसकी होगी, इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है। चुनाव के अंतिम पड़ाव में नगर निकाय चुनाव किसी भी दलीय आधार पर नहीं हो रहा है। हालांकि, कई उम्मीदवार किसी न किसी पार्टी से सीधे जुड़े हुए हैं। इस कारण पार्टियां सीधे तौर पर किसी भी उम्मीदवार को अपना समर्थन नहीं दे रही हैं। कई उम्मीदवारों को पर्दे के पीछे से शहर के जाने-माने शख्सियतों का समर्थन है। शहर के कुछ शख्सियत खुद के किंग मेकर होने का दावा भी करने लगे हैं, लेकिन जनता का मूड क्या होगा यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।
1 लाख 78 हजार 438 प्रत्याशी 15 मेयर उम्मीदवार का भाग्य करेंगे तय :
समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र के 47 वार्ड के 1 लाख 78 हजार 438 मतदाता जिनमें 94 हजार 826 पुरुष और 83 हजार 932 महिलाएं अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। समस्तीपुर नगर निगम क्षेत्र से मेयर पद पर 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। जिसमें सबसे कम उम्र की प्रत्याशी काजल कुमारी है। वहीं सबसे चर्चित चेहरा बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर की पत्नी संध्या हजारी है। कांग्रेस की नेता अनिता राम के अलावा भाजपा के कृष्ण बालक की पत्नी कविता कुमारी भी चुनाव मैदान में हैं। वहीं सुनीता कुमारी के प्रचार में भी कई युवा शामिल रहे। आज सोमवार की शाम प्रचार का शोर थमने के बाद सभी प्रत्याशी देर रात में भी डोर-टू-डोर वोट मांग रहे हैं।
समस्तीपुर नगर निगम में विधानसभा उपाध्यक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर :
समस्तीपुर निगम नगर निगम क्षेत्र का चुनाव बेहद खास और दिलचस्प हो गया है। इस क्षेत्र से विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी की पत्नी संध्या हजारी चुनाव मैदान में है। अपनी पत्नी के लिए महेश्वर हजारी खुद घर-घर जाकर लोगों से वोट मांग रहे हैं। बीते कई दिनों से समस्तीपुर में ही वह कैंप कर मतदाता को रिझा रहे हैं। पत्नी को मेयर बनाकर महेश्वर हजारी आगामी लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर सीट से अपनी दावेदारी सरल बना सकते हैं।
अनिता राम के पक्ष में भी गोलबंद हो रहे लोग :
कांग्रेस की नेत्री व पूर्व नगर परिषद की सभापति रह चुकी अनीता राम भी जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। अनिता राम का भी परिवारिक इतिहास राजनीतिक रहा है। जिले के चर्चित नेत्री के रूप में उन्हें लोग जानते हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा के कई नेताओं को भी कांग्रेस नेत्री अनिता राम के चुनाव प्रचार में वोट मांगते देखा गया है। पर्दे की पीछे से कई भाजपा नेता कांग्रेस नेता अनीता राम का प्रचार कर रहे हैं।
भाजपा नेता कृष्ण बालक की पत्नी भी मैदान में :
भाजपा नेता कृष्ण बालक की पत्नी कविता कुमारी भी चुनाव मैदान में हैं। हालांकि भाजपा खुलकर उनके समर्थन में प्रचार नहीं कर रहा है। कविता कुमारी की सास समस्तीपुर प्रखंड प्रमुख रह चुकी है।
सुनीता देवी भी जुटी चुनाव प्रचार में :
सुनीता देवी के चुनाव प्रचार में युवाओं का हुजूम है। पर्दे के पीछे से जिले के कई चर्चित चेहरे सुनीता देवी के प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं। सैकड़ों युवाओं के साथ गली-गली जाकर सुनीता देवी वोट मांग रही है। सिने कारोबारी से लेकर जमीन कारोबारी और कई समाजसेवी सुनीता देवी के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे है।
सबसे कम उम्र की मेयर उम्मीदवार है काजल कुमारी :
समस्तीपुर नगर निगम चुनाव में मेयर पद की सबसे कम उम्र की प्रत्याशी काजल कुमारी चुनाव प्रचार में जोर-शोर से जुटी हुई है। घर-घर जाकर लोगों से वह वोट मांगकर युवा चेहरे को मौका देने की मांग कर रही है। काजल कुमारी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर नर्सिंग की पढ़ाई भी की है। उसने मतदाताओं से शिक्षित और युवा प्रत्याशी को वोट देने की मांग की है ताकि समस्तीपुर नगर का विकास तेजी से वह कर सके।
आज थम गया चुनाव प्रचार का शोर :
समस्तीपुर नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण को लेकर आज यानी सोमवार को शाम 5 बजे प्रचार-प्रसार का शोर समाप्त हो गया। प्रचार-प्रसार के अंतिम दिन प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोंक दी। प्रत्याशी गली मोहल्ले तक विभिन्न साधनों से पहुंचकर मतदाताओं के बीच पर्चा बांटकर अपने चुनाव चिन्ह पर वोट देकर आशीर्वाद देने की बात कर रहे थे। कई प्रत्याशी बैंड-बाजे के साथ भी आज अंतिम दिन जोर-शोर से प्रचार-प्रसार किया।
प्रचार-प्रसार के दौर में कोई भी प्रत्याशी अपने को पीछे नहीं छोड़ना चाह रहा था। प्रत्याशियों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाया। कोई प्रत्याशी सुबह-सुबह पहुंचकर पैर छूकर आशीर्वाद मांग रहा है तो कोई अपने पिता और बुजुर्गों के साथ क्षेत्र में घूम कर आशीर्वाद मांग रहा है। कई प्रत्याशी तो क्षेत्र में संबंध के हिसाब से मतदाताओं को फोन भी कराकर मतदाताओं वोट देने के लिए कहला रहे हैं। ताकि उनके प्रभाव क्षेत्र से उन्हें वोट मिल सके।