दीक्षांत समारोह में 635 छात्र-छात्राओं को दी गई डिग्री, 15 छात्र-छात्राओं को मिले गोल्ड मेडल
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समस्तीपुर : डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के गन्ना अनुसंधान परिषद परिसर में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। दीक्षांत समारोह में भारत सरकार के केंद्रीय कृषि कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शिरकत किया। दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री ने सर्वप्रथम विश्वविद्यालय के एकेडमिक परिसर में 100 फीट ऊंची तिरंगे का ध्वजारोहण किया, उसके बाद कई नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया।
केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह के दौरान 635 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान किया गया। जिसमें 260 छात्राएँ थी। इसके अतिरिक्त विभिन्न विषयों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 15 छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। स्नातक में सभी विषयों में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए मत्स्यकी महाविद्यालय, ढोली की छात्रा पूर्वा शरण को विजिटर गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।
दीक्षान्त समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा उत्पादित मशरूम समोसा को रिलीज किया गया जिसे हाल ही में पेटेंट प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त गन्ना के उन्नत प्रभेद और विभिन्न तकनीकी पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। दीक्षांत समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पी एस पांडेय ने कहा कि केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय लगातार कृषि के क्षेत्र में नए अनुसंधान कर रहा है प्राकृतिक खेती आज के समय की मांग है इसको लेकर भी विश्वविद्यालय के द्वारा निरंतर नई तकनीक विकसित की जा रही है।
वहीं दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय कृषि कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की उन्नति और उनके आय को दोगुना करने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। खेती में आमदनी को बढ़ाने के लिए पारंपरिक खेती की जगह अब तकनीक से खेती करने की जरूरत है। आज जिस तरह भारत कृषि के क्षेत्र में तकनीक का उपयोग कर रहा है इससे पूरा विश्व आश्चर्यचकित है।