समस्तीपुर सदर अस्पताल में मॉडल अस्पताल निर्माण को लेकर तोड़ा जा रहा पार्क, 40 करोड़ रुपये से होगा निर्माण
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समस्तीपुर :- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सदर अस्पताल को भी स्मार्ट बनाने का रास्ता साफ हो गया है सदर अस्पताल के पुराने वार्ड के पीछे बनाए गए पार्क को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही दवा भंडार केंद्र और डायलिसिस सेंटर को भी दूसरे जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा। सब ठीक-ठाक रहा तो इसी महीने की दूसरे सप्ताह में मॉडल अस्पताल निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा।
गौरतलब है कि करीब 2 वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर दौरा के क्रम में मॉडल अस्पताल निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। लेकिन जगह को लेकर हुए विवाद के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था। मॉडल अस्पताल 500 बेड की क्षमता वाला होगा मॉडल अस्पताल के निर्माण पर करीब 40 करोड़ खर्च होगा।
नए अस्पताल में एक ही छत के नीचे लेबर रूम, ओटी, पेइंग वार्ड, लिफ्ट, रैंप सहित कई विकास कार्य कराया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने बताया कि कुछ परेशानी के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था अब सभी बाधाओं को दूर कर दिया गया है। मॉडल अस्पताल का भवन -पांच मंजिला होगा। भवन में लिफ्ट लगायी जाएगी। ताकी मरीजों को परेशानी नहीं हो।
गंभीर मरीजों को पटना रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी
सदर अस्पताल के डेवलपमेंट होने पर मरीजों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी। सीएस ने बताया कि लिफ्ट और रैंप बन जाने के बाद मरीजों को लाने ले जाने में काफी सुविधा होगी। खासकर सिजेरियन पेशेंट के लिए बहुत बड़ी सुविधा मिलेगी। हॉस्पिटल में कम से कम 20 बेड का आईसीयू भी बनाया जाएगा। जहां गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए रखा जाएगा। डॉक्टर व कर्मचारी की संख्या भी बढ़ेगी व अन्य मेडिकल कर्मियों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी। इससे गंभीर मरीजों को रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। इससे गंभीर मरीज को पटना आदि रेफर करने का झंझट भी खत्म हो जाएगा।
इमरजेंसी और ओपीडी को भी डेवलप करने की है योजना
सिविल सर्जन ने बताया कि वर्तमान में मॉडल ओटी, 10 बेड का पेइंग वार्ड, शौचालय, मॉडल किचन, लॉन्ड्री रूम, पार्किंग एरिया, वेटिंग एरिया को डेवलप करने के साथ-साथ लिफ्ट और रैंप का भी निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा इमरजेंसी और ओपीडी को भी डेवलप करने की योजना है।
डॉक्टर व नर्स की संख्या बढ़ेगी
सदर अस्पताल को मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करने पर डॉक्टर, नर्स के अलावा पारा मेडिकल कर्मी एवं अन्य मेडिकल कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सदर अस्पताल में अभी कुल मिलाकर 40 डॉक्टर हैं। अस्पताल को विकसित किए जाने के बाद डॉक्टरों की संख्या 50 से अधिक होगी। वहीं नर्स की संख्या भी 100 की जाएगी।
दो बार बदला गया है मॉडल अस्पताल का नक्शा
यहां बता दें कि सदर अस्पताल में मॉडल अस्पताल निर्माण को लेकर दो बार नक्शा में परिवर्तन किया गया है। मिशन 60-Day अभियान के बाद पहुंचे हेल्थ सेक्रेटरी ने सदर अस्पताल के पुराने भवन के पीछे स्थित पार्क जिला दबाव भंडार केंद्र और डायलिसिस सेंटर को दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का आदेश दिया था जिसके बाद इन दोनों केंद्र के लिए सदर अस्पताल के पुराने भवन को तोड़कर वहां पर नया केंद्र बनाया गया है।
20 बेड का होगा आईसीयू
मॉडल अस्पताल में कम से कम 20 बेड का आईसीयू होगा। जहां चौबीस घंटे डॉक्टर व अन्य कर्मी अलग से उपलब्ध रहेंगे। ताकि मरीजों का संपूर्ण निगरानी हो सके। अभी सदर अस्पताल में एक भी आईसीयू बेड नहीं है। कोरोना के दौरान दो बेड लगाया गया था लेकिन टेक्नीशियन नहीं रहने के कारण बेड बेकार पड़ा है।