समस्तीपुर/सरायरंजन :- प्रखंड के वरूणा रसलपुर गांव में हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े 2 लोगों को गोली मारकर घायल कर दिया। घायलों की पहचान स्थानीय सुरेंद्र सहनी के पुत्र गंगा सहनी एवं रुदल सहनी के रूप में की गई है। परिजनों एवं ग्रामीणों की सहायता से घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भेजा गया है। घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा एनएच-322 एवं वरुणा पुल को जाम कर यातायात अवरुद्ध कर दिया गया।
सड़क जाम होने से दोनों तरफ कई किलोमीटर तक सवारियों की कतार लग गई। यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आक्रोशित लोगों के द्वारा एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के रिश्तेदारों के द्वारा दबंगता पूर्वक गोली मार दिया जाने का आरोप लगाया जा रहा था। घटना का कारण पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
आक्रोशित ग्रामीणों के अनुसार 10 दिन पूर्व घायल लोगों के घर चोरी हुई थी। चोरी की घटना के विरुद्ध सरायरंजन थाने में आवेदन दिया गया था। किसी प्रकार कोई पुलिसिया कार्रवाई तो नहीं होगी लेकिन इसके विरोध में स्थानीय दबंगों के द्वारा 5 दिनों से गाली गलौज किया जा रहा था। आज वरुणा पुल के निकट नून नदी किनारे बांध पर मछली बेची जा रही थी।
इसी समय आधे दर्जन से अधिक लोगों द्वारा बाइक पर सवार होकर लाठी डंडे एवं गोली पिस्तौल के साथ आकर गाली-गलौज करते हुए गोली चलाई। मछली बेचना छोड़कर भागते हुए घर पहुंच कर जान बचाने का प्रयास किया।
दबंगों द्वारा पीछा करते हुए घर पर पहुंचकर गोलीबारी करते हुए 2 लोगों को घायल कर दो बकरियों को भी मार कर अपने घर ले गए। इस घटना से आक्रोशित सैकड़ों स्त्री और पुरुषों ने वरुणा पुल एवं एनएच-322 को जाम कर प्रशासन के विरुद्ध अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए आक्रोश प्रकट करने लगे। लोगों द्वारा सड़क पर आगजनी कर अपराधिक घटनाओं के विरोध में नारेबाजी शुरू की गई।
मोरवा एवं सरायरंजन के सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण पुलिस द्वारा लापरवाही बरते जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश प्रकट किया जा रहा था। घटना की सूचना मिलते ही सरायरंजन थानाध्यक्ष रविकांत कुमार, अशोक पासवान, धनंजय कुमार, निलेश मिश्र सहित दर्जनों पुलिस बलों के साथ पहुंचकर आक्रोशितों को समझाने बुझाने का प्रयास किया जाने लगा।
पुलिस के पहुंचते ही आक्रोशित लोगों के द्वारा और भी आक्रोश प्रकट करते हुए पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी गई। चोरी के विरुद्ध आवेदन दिए जाने पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं किए जाने की बात पर थानाध्यक्ष रविकांत कुमार ने बताया कि आपस में समझौता किए जाने की बात उन लोगों के द्वारा बताई गई जिसके कारण कार्रवाई नहीं की जा सकी। यदि केवल आवेदन दिया गया होता तो निश्चित रूप से अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी होती। लोग आवेदन भी देते हैं, और समझौता भी करने लगते हैं, जिसके कारण पुलिस को कठिनाई हो जाती है।
थानाध्यक्ष एवं पुलिस बलों के द्वारा 24 घंटे का समय मांगा जा रहा था, जिसके अंदर अपराधियों की गिरफ्तार किए जाने का आश्वासन दिया गया। बावजूद लोग सड़क जाम पर अड़े हुए थे। स्थानीय लोगों के द्वारा घटना की सूचना एसपी एवं डीएसपी को भी दी गई थी। सरायरंजन में भीषण रूप से हो रही अपराधिक घटनाओं को लेकर आक्रोशित लोग जिला प्रशासन को बुलाने की मांग कर रहे थे। वहीं समस्तीपुर पुलिस के सोशल मीडिया हैंडल पर इस मामले को प्रेम प्रसंग में अंजाम दिए जाने की बात बताई गई है। समाचार लिखे जाने तक सड़क जाम ही था, जिस कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी।
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े खेलो इंडिया यूथ गेम्स और पैरा गेम्स 2025…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े समस्तीपुर :- बिहार सरकार ने 70 साल या…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े समस्तीपुर :- जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा द्वारा समाहरणालय सभागार…
शराबबंदी वाले बिहार के एक स्कूल में गुरुजी ही दारू पीकर बच्चों को पढ़ाने पहुंच…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े अगले चार साल में बिहार की सूरत बदलने…
बिहार में पुलिस टीम पर हो रहे हमले से बचाव के लिए पुलिस अब नया…