फिर से खुली सुरक्षा की पोल; इससे पहले समस्तीपुर कोर्ट परिसर में पेशी के लिए पहुंचे अशोक यादव पर भी चली थी गोली, ADJ-1 का आदेशपाल हुआ था घायल
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर कोर्ट परिसर में शनिवार को बदमाशों ने भीड़भाड़ के बावजूद कैदी पर गोली चला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। दोनों बंदी को गोली मार जख्मी करने के बाद सभी बदमाश पैदल ही कोर्ट परिसर से भागने में सफल रहे। लोगों का कहना था कि कोर्ट परिसर का मुख्य गेट खुला रहना कहीं ना कहीं सुरक्षा में भारी चूक है। बदमाशों के गोली चलाने के बाद गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मी अगर समय से गेट बंद कर देता तो सभी बदमाश शायद पकड़ में आ जाते। सुरक्षा कर्मियों की इस चूक को एसपी विनय तिवारी ने भी Samastipur Town के कैमरे पर स्वीकार किया है।
आपको बता दें कि समस्तीपुर कोर्ट परिसर में गोलीबारी की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व भी गोलीबारी की घटना हो चुकी है। इससे पहले 4 नवम्बर 2019 को उस समय गोली चली थी जब बिथान के कुख्यात अशोक यादव को पेशी के लिए रोसड़ा कोर्ट से समस्तीपुर लाया गया था।
गोली अशोक यादव के कनपटी के पास से होते हुए दीवार से टकराकर एडीजे वन के आदेशपाल प्रभु प्रकाश टोपो के चेहरे को चीरते हुए बाहर निकल गई थी, जिसमें वह घायल हो गये थे। स्थानीय अधिवक्ताओं के अनुसार इससे पूर्व भी एक-दो बार कोर्ट परिसर में गोलीबारी चलने की घटना हो चुकी है। हर घटना के बाद सुरक्षा चुस्त-दुरुस्त करने का दावा किया जाता है। लेकिन कुछ ही दिन के बाद स्थिति पूर्ववत हो जाती है।
Samastipur Town को एसपी विनय तिवारी ने बताया कि कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए तरीके से प्लानिंग की जा रही है। कोर्ट कैंपस में बदलाव किया जा रहा है। इसको लेकर न्यायिक अधिकारियों एवं अधिवक्ताओं से भी बातचीत हुई है। सुरक्षा को लेकर अधिक बलों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। कोर्ट की सुरक्षा को लेकर जो भी उपाय करने होंगे किये जाएंगे। सात दिनों के अंदर सभी बदलाव कर दिया जाएगा। वहीं गोलीकांड के वारदात को लेकर SIT का गठन कर दिया गया है, जल्द ही मामले का उद्भेदन कर दिया जाएगा।