इस अर्थ युग में बूढ़े मां-बाप के अलावा पत्नी व बच्चों का कैसे होगा भरण-पोषण, अमरजीत की मौत ने परिवार की तोड़ी कमर
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समस्तीपुर/पूसा :- पूसा प्रखंड के हरपुर महमदा में बुधवार को नवनिर्मित शौचालय की टंकी की सेंटरिंग खोलने के दौरान बेहोश होने के बाद अमरजीत की मौत से परिवार की कमर टूट गयी है। गांव के हरि ठाकुर के कमाउ पुत्र अमरजीत ठाकुर उर्फ दशई ठाकुर की मौत ने सबको झकझोर दिया है।
वह अपने पीछे बूढ़े मां-बाप के अलावा पत्नी सरिता देवी, शोभा, निशा, सुनीला, करीना, शिवानी, आयुष को छोड़ गया है। ग्रामीण व शुभचिन्तकों को यह चिंता सता रही है कि उसके परिवार का भरण पोषण अब कैसे होगा। ग्रामीणों के मुताबिक सबसे बड़ी पुत्री 16 वर्ष की है। जबकि छोटा पुत्र आयुष 4 वर्ष का। घटना के बाद से परिवार वालो का रो-रोकर बुरा हाल है।
लोगों का कहना है कि इस अर्थ युग में बगैर पैसे के घर चलाना मुश्किल है। इसी के लिए ग्रामीणों ने समुचित मुआवजा की मांग को लेकर बुधवार की देर शाम शव के साथ महमदा में सड़क जाम किया था। घंटों जाम के बाद समझौता हुआ था जिसमें एक तय राशि मुआवजा में निर्धारित की गयी थी। समझौते के बाद शव का दाह-संस्कार किया गया। लेकिन ग्रामीणों की मानें तो समझौता के तहत तय राशि परिवार वालों को नहीं मिल सकी।