समस्तीपुर में बिजली काटे जाने से आक्रोशित लोगों द्वारा कर्मी को बंधक बनाए जाने की बात का पुलिस ने किया खंडन, पीड़ित ने भी बदला बयान…
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समस्तीपुर :- बिजली की आपूर्ति बाधित होने से आक्रोशित लोगों ने रविवार की रात लगुनियाँ पावर सब स्टेशन (पीएसएस) को ही जबरन बंद करवा दिया और कर्मी को जबरदस्ती उठा ले जाकर एक अंधेरे कमरे में बंधक बना रख दिया। इससे टाउन-टू एवं ग्रामीण क्षेत्र के कई हिस्से में लगभग दस घंटे तक बिजली की आपूर्ति बाधित रही। इसकी वजह से रात भर भीषण गर्मी का सामना करने के साथ लोगों को सोमवार सुबह पानी के लिए परेशानी उठानी पड़ी। अधिकांश लोगों का इन्वर्टर तक बंद हो गया। हालांकि कर्मी को बंधक बनाए जाने की बात का समस्तीपुर पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से खंडन किया है। जबकी कर्मी ऑन कैमरा खुद को बंधक बनाए जाने की बात कर रहा है।
पीड़ित कर्मी के पहले का बयान:
समस्तीपुर में बिजली कटी तो बदमाशों ने कर्मचारी को किडनैप कर रातभर कमरे में रखा बंद, 10 घंटों तक अन्य फीडरों की लाइन भी काट दी। पीड़ित कर्मी ने खुद कैमरा पर दर्जनों लोगों द्वारा जबरदस्ती उठा ले जाने की बात स्वीकार करते हुए कमरे में बंद कर देने की बात कही है।
वहीं बाद में कनीय… pic.twitter.com/isC8wCIcXB
— Samastipur Town (@samastipurtown) October 9, 2023
इससे पहले सोमवार की सुबह घटना की सूचना पर मुफस्सिल थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए पुलिस टीम को घटना स्थल पर भेजा। पुलिस टीम के पहुंचने के बाद बिजली विभाग के अन्य अधिकारी भी पीएसएस पर पहुंचे। फिर सवा नौ बजे बिजली की आपूर्ति शुरु होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
इस बीच रविवार रात की घटना को लेकर शहरी क्षेत्र के जेई आशीष कुमार सिंहा ने मुफस्सिल थाना में सनहा दर्ज कराया है। जिसमें लगभग 15 अज्ञात लोगों पर जबरन पावर सब स्टेशन को बंद कराने का आरोप लगाया है। इस मामले में मुफस्सिल थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सनहा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। हंगामा करने वाले की पहचान की दिशा में पुलिस कार्रवाई कर रही है।
रात साढ़े 11 बजे से ठप थी बिजली :
बता दें कि टाउन वन फीडर में बिजली की आपूर्ति बाधित थी। जो मोहनपुर बिजली आपूर्ति प्रशाखा से संचालित होती है। लेकिन फॉल्ट होने के कारण यह परेशानी हुई थी। जिसके कारण लोड शेडिंग किया गया था। इसके कारण रात साढ़े 11 बजे लगभग 14-15 लोग लगुनियाँ पीएसएस पर पहुंच गए। फिर पीएसस के अन्य 11केवी फीडर इमरजेंसी एवं टाउन टू को जबरन बंद करा दिया, और कर्मी राजेश कुमार दास को उठा ले जा एक अंधेरे कमरे में बंद कर दिया। जिसके कारण लगभग 15 सौ से अधिक उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति दस घंटे बाधित रही।
हालांकि सुबह में कर्मी के पीएसएस पर पहुंचने पर सभी कर्मियों ने राहत की सांस ली, कर्मी ने बताया की कुछ लोग उसे पीएसएस के बाहर छोड़कर चले गये, तब वह यहां पहुंचा है। इसके बाद फिर से पीएसएस से सोमवार सुबह सवा नौ बजे बिजली की आपूर्ति शुरु की गयी। हालांकि बिजली विभाग द्वारा मुफस्सिल थाना में सनहा दर्ज करने के लिए दिये गये आवेदन में कर्मी राजेश कुमार दास को बंधक बनाने या किडनैप करने की बात का जिक्र नहीं है।