SP ने डबल मर्डर मामले में SIT का किया गठन, सात दिनों में उद्भेदन की जिम्मेवारी पुलिस पदाधिकारियों को सौंपी
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समस्तीपुर/रोसड़ा :- रोसड़ा डबल मर्डर मामले में एसपी विनय तिवारी ने जल्द उद्भेदन को लेकर एसआईटी का गठन किया है। एसपी खुद भी गुरुवार की अहले सुबह रोसड़ा पहुंच मामले की जांच भी की। घटना की जानकारी लेने के बाद उन्होंने एसआईटी का गठन कर सात दिनों में हत्याकांड का खुलासा करने की जिम्मेवारी पुलिस पदाधिकारियों को सौंपी। घटना के करीब 07 घंटे बाद गुरुवार की अहले सुबह एसपी रोसड़ा पहुंच परिजनों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और परिजनों को न्याय मिलने का भरोसा दिलाया।
एसपी ने कहा कि सात दिनों के अंदर अपराधी पुलिस गिरफ्त में होंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना को हमनें चैलेंज के तौर पर लिया है। डबल मर्डर कांड को अंजाम देने वाले अपराधी जहां भी होंगें पुलिस उसे ढूंढ निकालेगी, आप बस सात दिनों की मोहलत दीजिए। इस दौरान परिजनों द्वारा स्थानीय थाना व डीएसपी के कार्यशैली पर असंतोष जताया गया, इस पर एसपी ने कहा कि इस मामले के उदभेदन के लिए गठित की गई एसआईटी में कोई भी स्थानीय पुलिस पदाधिकारी शामिल नहीं होंगे।
बता दें कि डबल मर्डर की घटना से आक्रोशित परिजनों का उबाल रोसड़ा पुलिस की कार्यशैली को लेकर था। इससे पहले भी दोनों भाइयों के साथ घटना हो चुकी थी लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी। मृतक के बड़े भाई अमित चौधरी का कहना था कि गत वर्ष 03 जुलाई 2022 की रात दुकान से लौटने के क्रम में ही बाइक सवार अपराधियों ने उनके भाई के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया था। अपराधियों ने उनके भाई से चार लाख रुपये लूट लिया था। इस मामले का उदभेदन नहीं हो सका।
"क्या प्रशासन मरा हुआ था जो पहले नहीं आया?" आज जान चली गई तो 50 लोग आये हैं: डबल मर्डर के बाद पुलिस के खिलाफ परिजन और स्थानीय ग्रामीणों में भारी रोष…@Samastipur_Pol #Samastipur#Rosera pic.twitter.com/kEJDaVTRW2
— Samastipur Town (@samastipurtown) October 19, 2023
इसके बाद गत वर्ष ही नवम्बर माह में उनके भाई पर जानलेवा हमला हुआ था। इस मामले में नामजद एफआईआर दर्ज करायी गयी, पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी । इसके बाद उनके गोदाम में चोरी की घटना हुई, सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराया गया, पर पुलिस कुछ नहीं कर सकी।
मृतक के बड़े भाई का कहना था कि बार-बार अपराधियों द्वारा उनके भाई को टारगेट किया जा रहा था, पर पुलिस प्रशासन इसे गंभीरता से नहीं ले रहा था। जिसका नतीजा हुआ कि मेरा दोनों भाई आज इस दुनिया में नहीं है। परिजन पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचन्हि खड़ा कर रहे थे। परिजनों का कहना था कि पूर्व के मामलों में किन पुलिस पदाधिकारियों द्वारा शिथिलता बरती गई, इसकी जांच कराई जाए।
वहीं गुरुवार को दिन भर रोसड़ा पुलिस व डीआईयू टीम शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालती रही। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवार दो संदिग्ध मिले हैं। जो दोनों भाइयों का पीछा करता नजर आया है। पुलिस उन संदिग्धों की पहचान में जुट गई है।