छठ महापर्व को लेकर ट्रेन परिचालन में तब्दीली, समस्तीपुर मंडल में 110 घाटों के पास से गुजरने वाली ट्रेनों की रफ्तार में की गई कमी
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर : बिहार में लोक आस्था के महापर्व छठ के दौरान जिला प्रशासन और रेल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी है, वह है रेलवे ट्रैक के करीब बने सैकड़ों घाट। हालांकि पर्व के दौरान रेलवे ट्रैक के करीब होने वाले भीड़भाड़ को देखते हुए ट्रेनों के परिचालन में बड़ी तब्दीली की गई है। साथ ही किसी भी हादसे से बचने के लिए बड़े स्तर पर ट्रैक के आसपास सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई है।
2016 में हुआ था गंभीर हादसा :
7 नवंबर 2016 को समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के रामभद्रपुर स्टेशन के पास मोईनघाट में सुबह में अर्घ्य के लिए लोग जमा थे। समय करीब 05.40 बजे थे। इसी दौरान करीब 13 घंटा लेट नई दिल्ली- दरभंगा स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के गुजरने से पांच लोग कट गए थे। जिसमें से महेंद्र राय (50), सत्यम कुमार (10) दोनों रामभद्रपुर गांव व रतवारा गांव की 16 वर्षीया रवीना कुमारी की मौत हो गई थी। जबकि रामचंद्र राय व समसेर नदाफ जख्मी हो गए थे। दोनों घायल आज दिव्यांग का जीवन जी रहे हैं। घटना के दौरान कुहासा छाया हुआ था। समस्तीपुर से खुली उक्त ट्रेन बिना रुकावट दरभंगा जा रही थी। इसी दौरान यह घटना हुई।
ट्रेन परिचालन में की गई कई तब्दीली:
छठ के दौरान ऐसे सभी घाटों के करीब ट्रेनों का परिचालन एक बड़ी चुनौती से कम नहीं हैं। यही नहीं वर्तमान में समस्तीपुर रेल डिवीजन के विभिन्न रूटों की बात करें तो करीब 110 घाट ऐसे हैं, जो रेलवे ट्रैक के करीब हैं। हालांकि छठ के पूजा अर्घ्य के दौरान रेलवे ट्रैक और उसके आसपास होने वाली भीड़ को देखते हुए ट्रेन परिचालन में कई तब्दीली की गई है।
इन खंडों पर रेलवे लाइन किनारे होती है छठ पूजा :
मंडल सुरक्षा आयुक्त ने बताया कि समस्तीपुर-दरभंगा, दरभंगा-जयनगर, दरभंगा-सीतामढी, समस्तीपुर- खगड़िया, खगड़िया- मानसी, मानसी-सहरसा, सहरसा- पूर्णिया, मुजफ्फरपुर- सीमातढी, मुजफ्फरपुर- मोतिहारी, मोतिहारी- रक्सौल, रक्सौल- सुगौली, सुगौली- बेतिया, बेतिया-नरकटियागंज, नरकटियागंज- बगहा, मधुबनी- झंझारपुर।
लगातार सीटी का प्रयोग करते हुए गुजरेगी ट्रेन :
छठ घाट के समीप होकर गुजरने वाली ट्रेनों के लोको पायलट को भी विशेष निर्देश दिया गया है। ट्रेन का परिचालन 10 से 15 किलोमीटर की गति के साथ ही लगातार सीटी का प्रयोग करने हुए परिचालित किया जाना है। रेलवे ट्रैक पर भीड़ देखते ही तत्काल ट्रेन रोक दी जानी है।
रेलवे के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक :
गौरतलब है कि इस समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने भी रेलवे के वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। दरअसल छठ पर्व के दौरान बड़ी संख्या में घाटों पर पहुंचने वाले श्रद्धालु रेलवे ट्रैक के आसपास खड़े होते हैं। वहीं आतिशबाजी वह अन्य किसी कारणों से होने वाले भगदड़ के दौरान या खतरा और भी बढ़ जाता है।
बाइट :
“छठ पूजा को देखते हुए घाट किनारे मौजूद सभी रेल रूटों पर ट्रेनों का परिचालन काफी सावधानी से किया जाएगा. सभी लोको पायलट को यह दिशा निर्देश दिया गया है कि घाट के आसपास ट्रेन की रफ्तार 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. यहीं नहीं ट्रेन के परिचालन के दौरान भीड़ भाड़ वाले जगह पर लगातार सायरन से लोगों को अलर्ट किया जाएगा. वहीं रेलवे ट्रैक व उसके आसपास श्रद्धालु की भीड़ होती है तो ट्रेन को अभिलंब रोक दिया जाएगा. साथ ही ऐसे सभी संवेदनशील रेलवे ट्रैक के करीब आरपीएफ की तैनाती होगी.”
– विनय श्रीवास्तव, डीआरएम, समस्तीपुर रेल मंडल