समस्तीपुर :- रेल प्रशासन की उदासीनता के कारण समस्तीपुर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था काफी समय से भगवान भरोसे चल रही है। प्लेटफार्म नंबर एक के इंट्री प्वाइंट पर तीन वर्ष पूर्व लाखों रुपए मूल्य का लगेज स्कैनर लगाया गया था। जो काफी समय से खराब होकर बंद पड़ा हुआ है। इस कारण आने-जाने वाले यात्रियों के सामानों की जांच नहीं हो पा रही है। जिस कारण संदिग्ध रेल यात्रियों के अपने-अपने बैगों में शराब, मादक पदार्थ, ज्वलनशील पदार्थ, अवैध हथियार व प्रतिबंधित वस्तुओं लाने और ले जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
समस्तीपुर रेल मंडल के कई महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन नेपाल सीमा और कई रेलवे स्टेशन बांग्लादेश सीमा के काफी नजदीक हैं। आतंकी हमले की आशंका की सूचना के बाद चौकसी में लगेज स्कैनर मशीन का बंद पड़ा होना काफी बड़ी चूक साबित हो सकती है। इस ओर रेल प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। दीपावली व छठ पर्व पर अपने घर आए लोग अब लौटने लगे हैं। इसको लेकर स्टेशन पर यात्रा करने वाले लोगों की काफी भीड़ देखी जा रही है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए उनके रुकने व उनकी सहायता के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। जहां यात्रियों को उनके ट्रेन संबंधी जानकारियां एवं उनकी सुरक्षा व उनके स्वास्थ्य सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। लेकिन लगेज स्कैनर के बंद पड़े होने के कारण ट्रेन यात्रा से पूर्व यात्रियों के बैग की समुचित जांच नहीं हो पा रही है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार यह लगेज स्कैनर मशीन की कीमत 25 लाख रुपए से अधिक है और इस मशीन का सॉफ्टवेयर करप्ट हो चुका है। इस कारण यह काफी समय पहले से खराब पड़ा हुआ है। एक संबंधित विभागीय अधिकारी के अनुसार इस मशीन को वर्ष 2020 में हाजीपुर रेल मुख्यालय के द्वारा इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी प्लान के तहत टेंडर के माध्यम से समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर लगाया गया था। इसके मेंटेनेंस की जिम्मेदारी संबंधित एजेंसी व हाजीपुर रेल मुख्यालय की है। इस संबंध में आरपीएफ कमांडेंट एसजेए जानी ने बताया कि लगेज स्कैनर मशीन को दुरुस्त करने वाली कंपनी मशीन में केवल खराबी के इंस्पेक्शन के लिए एक लाख रुपए का डिमांड कर रही है। इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
प्लेटफार्म नंबर एक के इंट्री प्वाइंट पर वर्ष 2020 में हाजीपुर रेल मुख्यालय के द्वारा लगेज स्कैनर लगावाया गया था। यह मशीन ट्रेन यात्रा करने जा रहे यात्रियों के सामानों के जांच करने के उद्देश्य से लगाया गया था। लेकिन बंद पड़े होने के कारण यात्री बेरोक टोक अपना सामान ले आ जा रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर केवल जांच की खानापूर्ति की जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने व चौकसी के दावों के बीच अभी कुछ दिनों पहले ही समस्तीपुर रेलवे स्टेशन के आउटर सिग्नल पर यात्री बैग में हुए विस्फोट के कारण तीन यात्री घायल हो गए थे। इसके बाद सक्रिय हुई रेल पुलिस ने दो यात्रियों को 250 ग्राम बारूद के साथ पकड़ा था।
लगेज स्कैनर मशीन को दुरुस्त करवाने के लिए संबंधित कंपनी से बातचीत की जा रही है। जल्द ही इसको शुरू करवा दिया जाएगा।
एसजेए जानी, आरपीएफ कमांडेंट
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