इंजीनियर हस्ताक्षर करने को मांग रहा था रुपये, CBI की टीम ने डिक्की से किया नगद बरामद, हाथ धुलवाने पर गया रंग
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समस्तीपुर :- रेल मंडल मुख्यालय स्थित यांत्रिक कारखाना में शनिवार दोपहर सीबीआई की टीम की छापेमारी के बाद हड़कंप मच गया। बताया गया कि पूछताछ में पहले तो इंजीनियर ने आनाकानी की, लेकिन बाइक की डिक्की की तलाशी लेने पर उसमें थैले में रुपये पाये गये। इसके बाद टीम ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर का हाथ पानी से धुलवाया तो हाथ का रंग गया। इसके बाद टीम इंजीनियर को अपने साथ ले गयी। इस दौरान रेलवे अधिकारी क्लब में घंटों तक उससे पूछताछ की गई।
सूत्रों ने बताया कि कारखाना में एक मशीन इंस्टॉल करनी थी। कंपनी द्वारा भेजी गई मशीन की जांच के बाद प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करने में इंजीनियर आनाकानी कर रहा था। कहा जा रहा है कि इंजीनियर हस्ताक्षर करने के एवज में कंपनी से रुपए मांग रहा था। इसकी शिकायत कंपनी के कर्मचारी ने सीबीआई से की थी। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। सीबीआई की छापेमारी व कारखाना से सीनियर सेक्शन इंजीनियर की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही रेल महकमे में हड़कंप मच गया।
समस्तीपुर रेल मंडल में शनिवार को सीबीआई की टीम की दूसरी बार छापेमारी एवं सीनियर सेक्शन इंजीनियर की गिरफ्तारी से रेल महकमा में हड़कंप मच गया। दोपहर बाद जैसे ही रेल कर्मियों व अधिकारियों को सीबीआई की कार्रवाई की जानकारी मिली सभी अपने अपने स्तर से जानकारी जुटाने में लग गये। वहीं तरह-तरह की चर्चा भी रेलवे कर्मियों के बीच शुरू हो गयी। हालांकि कोई स्पष्ट रूप से कुछ बताने को तैयार नहीं था।
विदित हो कि शनिवार होने के कारण यांत्रिक कारखाना में हाफ टाइम ही कार्य होता है। जिसके कारण जब सीबीअर की टीम पहुंची तो कारखाना से अधिकांश कर्मी अपना काम समाप्त कर निकल चुके थे। संभवत: सीबीआई टीम भी इसी समय का इंतजार कर रही थी। दोपहर बाद ही टीम ने सीनियर सेक्शन इंजीयिर को दबोचा।
सूत्रों की मानें तो टीम के आने में कुछ मिनट का भी अंतर होता तो शायद सीनियर सेक्शन इंजीनियर निकल चुके होते। लेकिन बाइक से निकलते ही टीम ने उन्हें दबोच लिया। इसके बाद टीम ने जब जानकारी मांगी तो आनाकानी हुई। इसके बाद सख्ती बरतते हुए चाभी लेकर डिक्की खुलवाया गया तो डिक्की के थैले में काफी रुपए थे। फिर पानी से हाथ धुलवाते ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर के चेहरे का रंग भी उड़ गया। इसके बाद टीम ने बिना कोई विलंब किए उसे साथ लेकर निकल गए।
बता दें कि इससे पूर्व भी सीबीआई की कई कार्रवाई रेल मंडल में हो चुकी है। लगभग एक साल पूर्व सोनपुर में गुड्स कोच के मामले में समस्तीपुर से भी एक सीनियर डीओएम को गिरफ्तार किया गया था। उस समय भी सीबीआई की टीम के द्वारा की गयी कार्रवाई से अधिकारियों में हड़कंप मचा था। इधर, सूत्रों की मानें तो कारखाना में एक कंपनी के द्वारा मशीन भेजा गया। जिसकी जांच पड़ताल के बाद मशीन को स्टॉल करना था। लेकिन मशीन का जांच प्रमाण पत्र नहीं दिया गया था। सूत्रों की मानें तो मशीन जांच के बाद दिए जाने वाले प्रमाण पत्र में तीन अन्य अधिकारियों का हस्ताक्षर हो चुका था, लेकिन सीनियर सेक्शन इंजीनियर मंटू कुमार के द्वारा आनाकानी किया गया था। जिसके कारण कंपनी ने इस मामले को सीबीआई तक पहुंचा दिया।
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समस्तीपुर रेलमंडल मुख्यालय स्थित यांत्रिक कारखाना में सीबीआई की छापेमारी और रिश्वत लेने के आरोप में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के गिरफ्तार किए जाने की जानकारी मिली है। इस मामले में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है। कार्रवाई की जाएगी।
– वीरेंद्र कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्व मध्य रेल
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