पूसा में मत्स्यपालको के 6 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन; मछली पालन व इससे जुड़े व्यवसाय की काफी मांग
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समस्तीपुर/पूसा :- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एमएस कुंडू ने कहा कि मछली पालन व्यवसाय आर्थिक समृद्धि में अहम भूमिका निभायेगा। सरकार व विश्वविद्यालय हर संभव सहयोग देने में जुटी है। इसमें यह प्रशिक्षण काफी लाभकारी साबित होगा। वे शनिवार को विश्वविद्यालय के पंचतंत्र सभागार मेें प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित कर रहे थे। मौका था मत्स्यपालको के छह दिवसीय प्रशिक्षण के समापन सत्र का।
उन्होंने कहा कि राज्य में मछली उत्पादन के साथ इससे जुड़े कई रोजगार को बढ़ावा देकर लाभ कमाया जा सकता है। इसमें मछली पालन करने के साथ मछली के बीज हैचरी का कुशल प्रबंधन, संचालन, अलंकारी मछलियों को पालने के लिए मछली घर (एक्वेरियम) निर्माण की तकनीक, मछली घर में मछलियों के रखरखाव, प्रबंधन आदि कार्य काफी लाभकारी है। जरूरत है इसके तकनीकी पहलुओं का ज्ञान लेकर जमीनी स्वरूप देने की।
वैज्ञानिक डॉ.पूनम कुमारी ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद अब सफल मत्स्यपालक बनकर राज्य के विकास में सहभागी बनने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण की सार्थकता उसके कार्यरूप् देने पर निर्भर है। संचालन करते हुए उपनिदेशक डॉ.जितेन्द्र प्रसाद ने कहा कि इस प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान से मछली पालन क्षेत्र में एक मुकाम हासिल कर विवि व क्षेत्र का नाम रौशन करने की जरूरत है। इस दौरान प्रशिक्षार्थियों के बीच प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। मौके पर पुरूषोत्तम पाण्डेय, राघव व अन्य मौजूद थे।