समस्तीपुर Town

नजर हर खबर पर…

SamastipurNEWSRosera

समस्तीपुर की ज्योत्सना को दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का मिला आमंत्रण, इस वजह से आयी सुर्खियों में..

IMG 20231027 WA0021

यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े 

समस्तीपुर :- दिल्ली में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में समस्तीपुर जिले के रोसड़ा की रहने वाली ज्योत्सना सिंह और उनके पति शिक्षक संतोष कमल को भी आमंत्रित किया गया है। मछली पालन में उत्कृष्ट कार्य की वजह से ज्योत्सना को आमंत्रित किया गया है। इस आमंत्रण से ज्योत्सना के परिवार के साथ ही पूरे इलाके के लोग खुश है। बताते चले कि भारत सरकार के मत्स्य पालन मंत्रालय की ओर से रोसड़ा अनुमंडल के शिवाजीनगर प्रखंड की कमल मत्स्य हेचड़ी के प्रोपराइटर ज्योत्सना सिंह एवं पति शिक्षक संतोष कमल को मछली पालन में उत्कृष्ट कार्य करने को लेकर गणतंत्र दिवस अवसर पर राष्ट्रीय परेड में शामिल होने को लिए आमंत्रित किया गया है।

इसकी सूचना मिलते ही पूरे गांव सहित रजौर रामभद्रपुर पंचायत के लोगो में काफी उत्साह है। राष्ट्रीय परेड के आयोजन में मत्स्य पालन मंत्रालय की ओर से ज्योत्सना सिंह को स्पेशल गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया है। परेड में शामिल होने के आमंत्रण को लेकर मंत्रालय द्वारा सूची जारी करते हुए ज्योत्सना सिंह को दिल्ली के आने के लिए हवाई यात्रा का टिकट उपलब्ध कराया गया है।

IMG 20230604 105636 460

IMG 20240101 WA0037 01

इस संबंध में कमल मत्स्य हेचड़ी के प्रोपराइटर ज्योत्सना सिंह ने बताया कि यह उनके लिए बहुत ही सौभाग्य और गौरब की बात है कि उन्हें मत्स्य पालन क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर दिल्ली के राष्ट्रीय परेड में शामिल होने के साथ-साथ सम्मानित होने का मौका मिलेगा। ज्योत्सना सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि समस्तीपुर जिला मत्स्य पदाधिकारी मोहम्मद निजाउद्दीन के मार्ग दर्शन पर ही आज इस मुकाम पर पहुंची है।

IMG 20230701 WA0080

वहीं ज्योत्सना के पति शिक्षक संतोष कमल ने बताया कि अपने पूरा गांव में ही पिछले तीन वर्षों से लगभग 10 एकड़ में मछली पालन का कार्य कर गुणवत्तापूर्ण मछली का बीज का उत्पादन करती है। इंडियन मेजर कॉर्प के देसी, नैनी रेहू, कतला, गोल्डन ग्रास, बाटा और चाइनीज पोठी प्रजाति मछली का अलग-अलग तकनीकी से बीज उत्पादन करती आ रही है।

IMG 20230324 WA0187 01

उन्होंने बताया कि इस ठंड में सभी मछलियों को अलग-अलग बीमारियों से बचाव किया जाता है। फरवरी से लेकर अगस्त माह तक मछली के बीज को पूरी तरह से देखरेख करते हुए है और तैयार होने के बाद भागलपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी सहित बिहार के अलग-अलग जिलों से लोग ले जाया करते है। ज्योत्सना सिंह ने बताया कि मत्स्य पालन कार्य में क्षेत्र के युवा और महिलाओं को रोजगार भी मिल रहा है। ज्यादा से ज्यादा मछली पालन का कार्य आगे बढ़े और इससे अधिक लोग रोजगार से जुड़े इसके लिए वह खुद जिला मत्स्य पदाधिकारी का मार्गदर्शन लेकर सतत प्रयत्नशील भी रहती हैं।

IMG 20230728 WA0094 01

IMG 20240111 WA0056 01

IMG 20231110 WA0063 01

IMG 20240115 WA0021 01

IMG 20240103 WA0099 01

IMG 20230818 WA0018 02

20201015 075150