महिला बंध्याकरण में राज्य में छठे पायदान पर समस्तीपुर, पुरुष नसबंदी में जिला को मिला 17वां स्थान
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समस्तीपुर :- जनसंख्या नियंत्रण को लेकर समय-समय पर विशेष अभियान चलाया जाता है। इसके बावजूद लक्ष्य को पूरा करने में जिला पिछड़ रहा है। दिसंबर माह में 15 दिसंबर तक चले जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़ा में समस्तीपुर की स्थिति काफी बेहतर नहीं है। महिला बंध्याकरण में जहां छठे स्थान पर है, वहीं पुरुष नसबंदी में राज्य के औसत से भी नीचे खिसकने के कारण 17वें पायदान पर पहुंच गया है। हालांकि पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के तहत तरह-तरह के जागरुकता अभियान भी चलाया गया, लेकिन पुरुष नसबंदी में लक्ष्य पूरा नहीं होने के कारण टॉप-टेन में भी समस्तीपुर नहीं पहुंच सका।
टॉप-टेन जिला में उत्तर बिहार के पांच:
जनसंख्या पखवाड़ा के दौरान उपलब्धियों पर जारी रैंकिंग में समस्तीपुर जिला महिला बंध्याकरण में छठे पायदान पर है। जबकि उत्तर बिहार के पांच जिला इसमें शामिल है। लक्ष्य के अनुसार सबसे अधिक महिला बंध्याकरण में खगड़िया पहले स्थान पर है। इसी प्रकार दूसरे स्थान पर मुजफ्फरपुर, तीसरे पर दरभंगा व चौथे स्थान पर वैशाली है। जबकि बेगूसराय पांचवे, समस्तीपुर छठे, सीतामढ़ी सातवां, सुपौल आठवां, मुंगर नौंवा एवं पश्चिम चंपारण दसवें स्थान पर है।
किशनगंज की स्थिति सबसे खराब:
महिला बंध्याकरण के लक्ष्य पूरा करने में किशनगंज की स्थिति सबसे खराब रहने के कारण वह नीचले पायदान पर है। सबसे खराब प्रदर्शन में किशनगंज के अलावे अरवल, सिवान, जहानाबाद व भोजपुर जिला शामिल है। वहीं 22वें स्थान पर भागलपुर, 26वें स्थान पर पटना व 33वें स्थान पर नालंदा जिला है।
पुरुष नसबंदी में 17वें स्थान पर समस्तीपुर:
पुरुष नसबंदी में टॉप टेन में उत्तर बिहार के एक मात्र सीतामढ़ी जिला शामिल है, जो तीसरे पायदान पर है। जबकि समस्तीपुर जिला टॉप टेन से बाहर होकर 17वें पायदान पर अटक गया है। समस्तीपुर ने निर्धारित लक्ष्य 240 के बदले मात्र 30 पुरुष नसबंदी कराने में सफल हो सका। औसम में लक्ष्य का 12.5 प्रतिशत ही पूरा किया गया, जो बिहार के औसत 15.1 से भी कम है।
टॉप-टेन में यह जिला है शामिल:
पुरुष नसबंदी के टॉप टेन में पहले स्थान पर रोहतास, दूसरे पर बांका, तीसरे पर सीतामढ़ी, चौथे पर वैशाली, पांचवें पर बेगूसराय, छठे में बक्सर, सातवें पायदान पर मुंगेर, आठवें पर औरंगाबाद, नौवें पर अरवल एवं दसवें स्थान पर सहरसा जिला है।
सबसे खराब में पटना भी शामिल:
पुरुष नसबंदी में सबसे खराब स्थिति पूर्णिया जिला की है। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले दस जिलों में पूर्णिया के अलावे जमुई, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, मधुबनी, भोजपुर, मधेपुरा, सिवान एवं पटना जिला शामिल है। जहां पुरुष नसबंदी का आंकड़ा दो प्रतिशत से नीचे है।