मॉकड्रिल : समस्तीपुर स्टेशन के पास रेल दुर्घटना की सूचना पर दौड़े NDRF, फायर और रेलवे अधिकारी; हादसे में एक यात्री की मौत
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समस्तीपुर :- रविवार को घड़ी की सूई 9.45 पर गयी। इसी दौरान समस्तीपुर स्टेशन के पूर्वी यार्ड में ट्रेन संख्या 05501 समस्तीपुर बरौनी सवारी के दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। घटनामें एक यात्री के मौत होने एवं 14 के जख्मी होने की जानकारी प्रसारित की गयी है। जख्मी में कई बच्चे के शामिल होने की भी बात सामने आयी। ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होते ही रेलवे ने दो लंबा एवं दो छोटा हूटर बजने लगा। हूटर बजते ही रेलवे के अधिकारी से लेकर कर्मी तक घटनास्थल पर पहुंच गए। एडीआरएम जेके सिंह, कमांडेंट एसजेए जानी, एसी टीएस गोपा कुमार के अलावे मेडिकल टीम भी एंबुलेंस के साथ घटना स्थल पर पहुंच गयी। वहीं आम नागरिक भी हूटर की आवाज पर यार्ड में पहुंच गए।
किसी भी दुर्घटना की स्थिति में समस्तीपुर रेल मंडल द्वारा तैयारी को जाँचने के लिए रेल प्रशासन (ART) एवं #NDRF की टीम के साथ समस्तीपुर यार्ड में Mock- Drill किया गया।
मौके पर अपर मंडल रेल प्रबंधक जे के सिंह, मेडिकल टीम एवं शाखा अधिकारीगण उपस्थित थे।#Samastipur #Railway… pic.twitter.com/wPmegFmlTJ— Samastipur Town (@samastipurtown) February 19, 2024
इसी बीच रेलवे एवं सिविल प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ के टीम को भी बुलाया गया। वहीं घटना स्थल पर स्काउट गाइड के द्वारा ट्रेन में फंसे लोगों को बाहर निकाल कर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। बाद में लोगों को पता चला कि यह आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे एवं एनडीआरएफ की टीम के द्वारा मॉक ड्रील का आयोजन किया जा रहा था। मॉक ड्रील के तहत घटनास्थल पर अस्थायी अस्पताल, पूछताछ केंद्र, सहायता केंद्र आदि बनाया गया। सभी जगह अधिकारी से लेकर कर्मी तक यात्रियों की सहायता में लगे देख।
राहत एवं बचाव कर्मी दल ने कोच की खिड़कियों को काटकर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाल रहे थे। जिसमें जख्मी को अस्पताल भेजा जा रहा था। इस दौरान बार-बार एलाउंसमेंट भी की जा रही थी। मॉक ड्रील के दौरान आरपीएफ, वाणिज्य विभाग, मेडिकल टीम, संरक्षा टीम आदि लगे हुए थे। वहीं पीड़ित यात्रियों के लिए चाय, बिस्कुट, पानी, दूध आदि की व्यवस्थाभी करायी गयी। इसके बाद रेलवे ने मृत यात्री के परिजन के नहीं होने के कारण अनुग्रह राशि का भुगतान नहीं कर सकी। जबकि जख्मी में गंभीर रुप से जख्मी पांच यात्रियों को 25-25 हजार एवं सामान्य रुप से जख्मी 13 यात्री को पांच-पांच हजार रुपए की सहायता राशि दी गयी। मॉक ड्रील के बाद मंथन सभागार में इसकी समीक्षा की गयी। जिसमें मॉक ड्रील के दौरान पायी गयी कमियों के बारे में विस्तार से बताया गया।