समस्तीपुर/शाहपुर पटोरी :- शाहपुर पटोरी प्रखंड के उत्तरी धमौन गांव में एक पिता अपने पुत्र को असाध्य रोग से बचाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। पुत्र के इलाज में इतने अधिक रुपए की आवश्यकता है कि उसके लिए एक माह के इलाज का खर्च भी पूरा कर पाना मुश्किल हो गया है। बच्चे का इलाज पिछले 8 माह से एम्स दिल्ली में चल रहा है। एम्स के चिकित्सकों के अनुसार उसे डीएमडी (डचेन मस्क्युलर डिस्ट्राॅफी) नामक असाध्य रोग है। जिस पर प्रतिवर्ष लगभग 5.5 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। स्वास्थ्य विभाग, केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारी, मंत्री, सांसद, विधायकों के समक्ष लगातार गुहार कर चुके हैं।
उत्तरी धमौन निवासी स्वर्गीय महेंद्र महाराज के पुत्र रोशन कुमार ने बताया कि उसका सात वर्षीय पुत्र किसलय आनंद डीएमडी नामक जानलेवा रोग से ग्रस्त है। वर्तमान में एम्स दिल्ली में उसकी चिकित्सा हो रही है। अस्पताल प्रशासन द्वारा दिए गए व्यय बजट के अनुसार किसलय की चिकित्सा में प्रतिवर्ष 5.5 करोड रुपए का खर्च आएगा। किसलय का पिता रोशन कुमार पेशे से सरकारी अमीन है और वह अपना सर्वस्व लुटा कर भी अपने बच्चे की चिकित्सा करा पाने में सक्षम नहीं है।
रोशन ने बताया कि वह विधायक, सांसद, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्यमंत्री , प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत दर्जनों उच्चाधिकारियों को आर्थिक सहायता के लिए पत्र लिख चुका है। परंतु अब तक उसे कहीं से भी एक भी रुपए का आर्थिक सहायता नहीं मिल पाया है। रोशन ने एक बार फिर विधायक, सांसद मंत्री, मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आर्थिक सहायता के लिए गुहार लगाई है कि वे आर्थिक सहायता प्रदान कर उनके बच्चे की जिंदगी बचाने में सहायता करें।
इधर, मोहिउद्दीननगर के विधायक राजेश कुमार सिंह ने कहा है कि मैंने अपने स्तर से किसलय की चिकित्सा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने का पत्र राज्य व केंद्र सरकार को लिखा है। मैं स्वयं इसके लिए चिंतित हूं। जहां तक संभव हो सकेगा मैं प्रयास करुंगा कि किसलय की चिकित्सा के लिए सरकार से राशि उपलब्ध हो जाए।
बिहार के तीन हजार पुलिसर्मियों के लिए खुशखबरी है। एक महीने के भीतर तीन हजार…
अगर आप भी बिहार में सरकारी टीचर हैं, तो यह खास खबर आपके लिए है।…
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने…
बिहार के बेगूसराय में इन दिनों न्यायाधीश मंजूश्री की खूब चर्चा हो रही है. दरअसल…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े बज्जिका समेत बिहार की पांच भाषाओं का महोत्सव…
बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती के फिजिकल टेस्ट में किसी तरह का कदाचार न हो, इसके…