रोचक हुई समस्तीपुर लोकसभा की जंग; आमने-सामने CM नीतीश के दो मंत्री, एक की बेटी तो दूसरे का बेटा प्रत्याशी
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर :- लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में पहले चरण की वोटिंग हो गई है। इस बीच बिहार की कई सीटें राजनेताओं और चुनावी समीकरण के लिहाज से अहम बनती जा रही हैं। ऐसी ही एक सीट समस्तीपुर है जो कि इस वक्त बिहार की सबसे चर्चित सीटों में से एक हो गई है। दरअसल इस सीट पर तमाम सियासी दलों की निगाहें टिकी हैं। दरअसल बिहार की इस सीट से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के दो वरिष्ठ दलित नेताओं के पुत्र और पुत्री चुनावी मैदान में हैं।
खास बात ये है कि इस सीट से एक मंत्री की बेटी जहां एनडीए की प्रत्याशी हैं तो वही दूसरे मंत्री का बेटा महागठबंधन के टिकट पर चुनावी मैदान में है। समस्तीपुर सीट जो आरक्षित है वहां से चिराग पासवान ने एनडीए समर्थित लोजपा (रा) की तरफ से नीतीश कुमार के बेहद खास और मंत्री अशोक चौधरी की बेटी और महावीर मंदिर न्यास के किशोर कुणाल की बहू शांभवी चौधरी को उतारा है। वो समस्तीपुर सीट से नामांकन भी कर चुकी हैं। उन्हें जीत दिलाने के लिए एनडीए के नेता लगातार मेहनत भी कर रहे हैं और कुछ दिनों में नीतीश कुमार भी प्रचार करने आने वाले हैं।
इंडिया गठबंधन की तरफ से सोमवार की शाम नीतीश मंत्रिमंडल में सूचना जनसंपर्क मंत्री और वरिष्ठ दलित नेता महेश्वर हज़ारी के पुत्र सन्नी हजारी को उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा कर दी गई है। सन्नी हजारी समस्तीपुर के खानपुर प्रखंड के प्रमुख भी हैं। जाहिर है दोनों उम्मीदवारों के मैदान में उतरने से जदयू में हलचल काफी तेज है और मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है।
पुत्र के कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने की बात पर महेश्वर हजारी ने कहा की मैं जदयू के साथ हूं और फिलहाल मधेपुरा का प्रभारी हूं और वहां के प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए लगातार मेहनत कर रहा हूं। महेश्वर हजारी से ये सवाल भी किया गया कि अगर पार्टी आपको समस्तीपुर चुनाव प्रचार के लिए कहेगी तो क्या करेंगे, इस पर उन्होंने कहा मैंने तो कहा कि की मुझे मधेपुरा की जिम्मेदारी दी गई है, मैं वहीं काम करूंगा। रही बात मेरे बेटे की तो मेरा बेटा इंजीनियर है और प्रखंड प्रमुख है और अपनी राजनीति अपने दम पर करता है। उसके साथ हजारी सरनेम लगा हुआ है जिसने समस्तीपुर की काफी सेवा की है।
महेश्वर ने कहा कि मेरे दादा जी, मेरे पिता और मैं सांसद रह चुका हूं। मेरा बेटा भी उसी खानदान का और उसे भी राजनीति करने का पूरा हक है। दूसरी तरफ अशोक चौधरी कहते हैं कि शांभवी मेरी बेटी के साथ-साथ किशोर कुणाल जी की बहू भी है और उनका कद बहुत बड़ा है। मेरी बेटी देश की प्रतिष्ठित स्कूल और कॉलेज से पढ़ी है और समाज सेवा करना उसने बचपन से ही सीखा है। उसकी प्रतिभा और तेज देखकर ही चिराग जी ने टिकट दिया है।
अशोक चौधरी ने कहा कि रही बात अपनी बेटी के लिए प्रचार करने की तो मैं तो बिहार के उन तमाम सीटो पर जा रहा हूं जहां पार्टी निर्देश दे रही है। अशोक चौधरी ने इस बात पर जोर देकर कहा कि मैं तो एनडीए के उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार कर रहा हूं और पूरी ताकत से चुनाव प्रचार करूंगा।बहरहाल जो भी हो कांग्रेस ने सन्नी हजारी को समस्तीपुर से उम्मीदवार बनाकर चुनाव को रोमांचक बना दिया है। सूत्रों की मानें तो जिले की जदयू कमिटी में भी दो फाड़ होने की संभावना बनी हुई है। बहरहाल अब समस्तीपुर की जनता किसे जीत का ताज पहनाती है यह तो देखने वाली बात होगी। बता दें कि समस्तीपुर में 13 मई को चौथे चरण में मतदान होना है।