सरयु यमुना एक्सप्रेस से समस्तीपुर आ रहे बैंक कर्मी से पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट कर जेब से 60 हजार रुपये निकाल लेने के आरोप का खंडन
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समस्तीपुर :- अमृतसर से जयनगर जा रही सरयु यमुना एक्सप्रेस 14650 ट्रेन की एसी बोगी में सफर कर रहे समस्तीपुर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा के कर्मी के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट करने और जेब से 60 हजार रुपये छीन लेने का मामला सामने आने पर रेल महकमे में हड़कंप मच गया। हालांकि सोमवार की देर शाम बिहार पुलिस ने इस खबर का खंडन कर दिया है।
बिहार पुलिस के अनुसार बैंक कर्मी और पुलिस कर्मी के बीच सिर्फ बहस और झड़प हुई थी। पैसे निकालने की बात को गलत बताते हुए खःडन किया गया है। इसको लेकर पीड़ित बैंक कर्मी ने शिकायत भी वापस ले ली है। इससे पहले बैंक कर्मी अभिषेक कुमार गुप्ता ने आरोप लगाते हुए बताया था की सरयु यमुना एक्सप्रेस ट्रेन के एसी थर्ड कोच एम 2 की 72 नंबर सीट पर सफर कर रहे थे। ट्रेन में उनका रिजर्वेशन था। वह छपरा से समस्तीपुर लौट रहे थे।
रविवार को उन्होंने मीडिया के सामने बताया था की जब ट्रेन हाजीपुर से खुली उसके बाद कोच में कुछ पुलिस वाले सवार हुए, जिन्होंने टिकट की मांग की। जब उन्होंने कहा कि आप टिकट देखने वाले कौन होते हैं। इसी बात पर उनके साथ मारपीट की गई। इस दौरान उन्होंने साथ चल रहे पुलिसकर्मियों की तस्वीर अपने मोबाइल में ले ली। उसके बाद दो पुलिसकर्मियों ने अभिषेक की जमकर पिटाई कर दी।
बैंक कर्मी अभिषेक ने आरोप लगाया था कि इस दौरान उनकी जेब में रखे 60 हजार रुपये भी निकाल लिए गए। इसके बाद उन्होंने ट्रेन से ही टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। सह यात्री भी तमाशबीन बने रहे। जबकि घटना के बाद पुलिस कर्मी मुजफ्फरपुर में उतर गए थे। इसके बाद समस्तीपुर में ट्रेन रुकने पर बैंक कर्मी ने जीआरपी थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी।
हालांकि सोमवार की देर शाम मामले का पटापेक्ष हो गया और बैंक ने पुलिसकर्मियों के साथ बहस और नोकझोंक की बात कहते हुए और कोई शिकायत नहीं है लिखकर रेल थाने में दिया है। जेब से 60 हजार रुपये निकालने की बात को बिहार पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से खंडन करते हुए गलत बताया है।
मामले की जांच कर 24 घंटे में प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश :
आवेदन में बैंक कर्मी ने लिखा है कि अब हमें कोई शिकायत नहीं है। जबकि सोशल मीडिया पर मारपीट व 60 हजार रुपए लूटने की बात सामने आयी। इसके बाद रेल एसपी ने रेल थानाध्यक्ष हाजीपुर से सम्पर्क कर पूरी घटना की जानकारी ली। जिसमें स्कॉर्ट पार्टी से बैंक कर्मी द्वारा गलत व्यवहार करने के बाद स्कार्ट पार्टी से बहस होने का मामला सामने आया। प्रथम दृष्टया में बैक कर्मी द्वारा लगाये गये आरोप गलत पाया गया। फिर भी मामले की गंभीरता को देख सभी बिन्दुओं पर जांच कर प्रतिवेदन 24 घंटा में समर्पित करने का निर्देश रेल डीएसपी को दिया गया है। जांच रिपोर्ट के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।