समस्तीपुर :- डीएम योगेन्द्र सिंह ने एमआरएफ सेंटर, प्रखंड स्तर पर निर्मित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई और सभी ग्राम पंचायतों में निर्मित अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गांवों व पंचायतों से प्लास्टिक और सूखे कचड़े के संग्रहण प्रक्रिया को मजबूत करना होगा। ताकि जिला स्तर पर स्थापित एमआरएफ सेन्टर तक इसे पहुंचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को प्रेरित किया जाए कि वे बहुस्तरीय प्लास्टिक को 2-4 मिमी के टुकड़ों में कतरवाकर कोलतार में 1:9 के अनुपात में मिलाकर राष्ट्रीय दिशानिर्देशों के तहत सड़कों के निर्माण में उपयोग करावे। लोगों के बीच भी जागरूकता फैलाना जरूरी है वे गीले और सूखे कचड़े को अलग-अलग रखें और इस एमआरएफ में एकत्र किया जा सके और अधिक से अधिक पुर्नचक्रण हो सके।
इस दौरान सीईई नवजागृति और एचडीएफसी बैंक द्वारा जिले में एमआरएफ स्थापित करने के प्रयासों की सराहना की। मौके पर नगर आयुक्त केडी प्रौज्जवल, डीडीसी, निदेशक, लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन आशुतोष आनंद, वरिष्ठ कार्यक्रम निदेशक प्रभजोत सोढ़ी, जिला समन्वयक, जिला सलाहकार, जिला जल एवं स्वच्छता समिति सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
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