थाने की गाड़ी से आवेदक द्वारा आरोपी को मेडिकल जांच के लिये ले जाने के मामले में ASP ने मांगी जांच रिपोर्ट
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समस्तीपुर : समस्तीपुर साईबर थाना से जुड़े ठगी के एक मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले आवेदक युवक को ही पुलिस द्वारा थाने की गाड़ी का चालक बना उक्त मामले में गिरफ्तार आरोपी को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजने के मामले में सदर एसडीपीओ सह एएसपी संजय कुमार पांडेय ने ट्रैफिक डीएसपी आशीष राज को जांच का जिम्मा दिया था। जिसको लेकर शनिवार को सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने ट्रैफिक डीएसपी से जांच रिपोर्ट की मांग की है।
बताते चलें कि 17 अगस्त को इससे जुड़ा वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें यह भी दिख रहा है कि आवेदक युवक द्वारा थाने की गाड़ी से आरोपी का मेडिकल कराने सदर अस्पताल लाया गया है। अगर इस दौरान कोई भी अप्रिय घटना हो जाती तो इसकी जबाब देही किसकी होती यह बड़ा सवाल है।
जानकारी के अनुसार, खानपुर थाना क्षेत्र के मधुटोल निवासी संजय कुमार दास ने पूसा थाना क्षेत्र के दिघरा के राजीव कुमार और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कोरबद्धा के बुधन राय पर कंपनी बनाकर नौकरी देने के नाम पर लगभग 6 लाख 80 हजार रुपये की ठगने की प्राथमिकी 16 नवंबर 2023 को साईबर थाना में कांड संख्या 43/23 के तहत दर्ज करायी थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी राजीव कुमार के भाई सुधीर को पिछले महीने दिल्ली से गिरफ्तार किया था।
पुलिस की माने तो सुधीर की आईडी से ही कंपनी बनाकर ठगी की गयी थी। बाद में पुलिस ने मामले में कंपनी के मैनेजर साहेब सिंह उर्फ मनीष कुमार को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, कंपनी के अकाउंट की जगह मनीष के पर्सनल एकाउंट का उपयोग कर करोड़ों का लेनदेन किया गया था। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद 17 अगस्त को पुलिस ने केस के आवेदक के साथ आरोपी को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। जिसका किसी ने वीडियो बना लिया जो वायरल हो गया। वहीं इस मामले को लेकर एएसपी संजय कुमार पांडेय का बताना है कि ट्रैफिक डीएसपी को जांच का जिम्मा दिया गया था। उनसे जांच रिपोर्ट की मांग की गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।