फर्जी शिक्षक बहाली मामला: जांच कमिटी पर सभी की नजर, अन्य लोगों को भी सताने लगा गिरफ्तारी का डर, मेडिकल जांच के बाद तीनों गये जेल
राज्य की टेक्निकल टीम भी जांच कमिटी को कर रही सहयोग
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समस्तीपुर : शिक्षक बहाली फर्जीवाड़ा मामले में चल रहे जांच के दौरान अपर समाहर्ता (आपदा) कक्ष से दो एचएम और एक बिचौलिये की गिरफ्तारी के बाद से शिक्षा विभाग में हडकंप मचा हुआ है। शनिवार को फिर से जांच कमिटी के अध्यक्ष सह अपर समाहर्ता (आपदा) के द्वारा अन्य संदिग्ध शिक्षकों के विद्यालयों के एचएम को जांच कमिटी के सामनें पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इस दौरान कुछ विद्यालयों के एचएम शनिवार को नहीं आए जिसको लेकर जांच कमिटी के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने नाराजगी जाहिर की।
शनिवार को उपस्थित सभी एचएम से लिखित रूप से अपना-अपना पक्ष जांच कमिटी के द्वारा मांगा गया जिसके बाद उपस्थित सभी एचएम को वापस अपने-अपने विद्यालय भेज दिया गया। जांच कमिटी के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि जांच टीम को जब भी जरूरत हो उन्हें फिर से सहयोग के लिये बुलाया जा सकता है। वहीं अन्य फर्जी शिक्षक व उनकी मदद करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जा सकता, उनके खिलाफ साक्ष्य मिलने पर उनके उपर भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
इससे पहले शुक्रवार की रात विभूतिपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के आवेदन पर नगर थाने में प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया के एचएम अविनाश कुमार टंडन, प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर के एचएम दिलीप राम व बिचौलिया मो. परवेज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। शिक्षकों में चर्चा है कि दोनों एचएम व गिरफ्तार बिचौलिया बीईओ का खासमखास था। चर्चा यह भी है कि परवेज ने अपने कई रिश्तेदारो को भी फर्जी तरीके से शिक्षक के पद पर बहाल कराया है।
राज्य की टेक्निकल टीम भी जांच कमिटी को कर रही सहयोग :
तत्कालीन जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह के द्वारा अपर समाहर्ता (आपदा) राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित जांच टीम को हर रोज नये तथ्ये मिल रहे है। फिलहाल वह जांच चलने की बात कह कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। उन्होंने इतना बताया है कि इसमें किसी बड़े संगठित गिरोह के द्वारा बड़ी चालाकी से फर्जी शिक्षकों की बहाली करायी गयी है। उस गिरोह को भी चिन्हित किया जा रहा है।
वहीं ई-शिक्षा कोष एप की टेक्निकल टीम भी पटना से जांच टीम को सहयोग कर रही है, ताकि एक-एक बिंदुओं पर गहनता से जांच हो सके। जिला प्रशासन की इस जांच पर राज्य की टीम भी नजर बनाये हुए है और रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के भूमिका की जांच भी करायी जा रही है। तत्कालीन डीएम ने विभूतिपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को प्रथम दृष्टया ही दोषी पाये जाने की बात कही थी।
गिरफ्तार दोनों शिक्षक व बिचौलिये को भेजा गया जेल :
शनिवार की शाम प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया के एचएम अविनाश कुमार टंडन, प्राथमिक विद्यालय पुरुषोत्तमपुर के एचएम दिलीप राम व बिचौलिया मो. परवेज को मेडिकल जांच के बाद जेल भेज दिया गया है। तीनों के जेल भेजे जाने के बाद से विभूतिपुर प्रखंड शिक्षा कार्यालय से लेकर जिला शिक्षा भवन तक हड़कंप मचा हुआ है। इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों को भी अब अपनी गिरफ्तारी का डर सताने लगा है।
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