समस्तीपुर/विभूतिपुर [विनय भूषण] :- प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मां दुर्गा मंदिर माधोपुर परिसर में शायर दिवाकर दिव्यंक ने ज्यों ही ‘अबकी बार घड़ी लाए हो, ले जाओ…अगली बार समय तुम लाना तोहफे में…श्रोताओं के सम्मुख मंच से कही कि शब्दों की गंभीरता को देख लोगों ने जमकर दाद दी। अवसर था ‘विकल्प’ के तत्वाधान में भव्य कवि सम्मेलन का जहां कवियों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शक श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि सम्मेलन का उद्घाटन बीडीओ चंद्रमोहन पासवान, पूर्व प्रमुख सह पंसस रुपांजलि कुमारी, जिला पार्षद रीना राय, पूर्व मुखिया अरुण कुमार राय और वरिष्ठ साहित्यकार रामाकांत राय ‘रमा’ ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया।
आगत कवियों में जनकपुर से आई वाह भाई वाह फेम कवियित्री रंजना लता ने मातृ वंदना के पश्चात प्रेम के गीतों से मंच को सजाया तो कुमार अमरेश ने लोग कहते घर जमाई है कहो हम क्या करें से लोगों को गुदगुदाया। बेगूसराय के मनीष मोहक अपनी रचना गांव की मिट्टी से लोगों के दिलों तक पहुंचे तो रोसड़ा की कवियित्री शेफालिका झा की सेल्फी वाली कनियां ने उपस्थित लोगों को ठहाके लगाने पर विवश कर दिया। हसनपुर के वायरल शिक्षक और हास्य व्यंग्य के चर्चित कवि बैद्यनाथ रजक ने अपने ही अंदाज में दहेज प्रथा पर कड़ा प्रहार कर लोगों की वाहवाही बटोरी तो स्थानीय युवा और स्थापित शायर व गजलकार दिवाकर दिव्यंक की गजल करने हैं सारे ख्वाब मुकम्मल भी साथ-साथ, अफसोस ! एक रात है दोनों के दरमियां ने खूब तालियां बटोरी।
माता जानकी की धरती सीतामढ़ी से आई कवियित्री नैना साहू ने भारती की आरती पढ़कर जन जन को रोमांचित कर दिया। प्रो. सत्य संध भारद्वाज की गीतिका कविता क्या है छंदबद्ध शब्दों का सुचित श्रृंगार है ने जनसमूह को बांध कर रख दिया। प्रस्तुति के दौरान वाह ! वाह ! और तालियां बजा-बजाकर दर्शकों ने कवियों का बखूबी साथ दिया। स्थानीय वरिष्ठ शिक्षक कवि राजाराम महतो की अध्यक्षता में संपन्न हुए इस भव्य कवि सम्मेलन में प्रो. सत्य संध भारद्वाज ने अपने मनमोहक अंदाज में संचालन का दायित्व निभाया। अध्यक्षीय उद्बोधन में राजाराम महतो ने मातृशक्ति को समर्पित अपने मनमोहक काव्य पाठ से भव्य कवि सम्मेलन की सफलता पर मुहर लगाने का काम किया।
आयोजन समिति की ओर से मैथिली भाषा के वरिष्ठ कवि और साहित्यकार रमाकांत राय ‘रमा’ को विशेष तौर पर ‘रामजपी शर्मा स्मृति सम्मान’ से सम्मानित किया गया। सभी आगत कवियों को अंगवस्त्र, माला और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। आयोजन में देश के लब्ध प्रतिष्ठित गजलकार अक्स समस्तीपुरी और मांडवी, सरीखी व कालजयी जैसी पुस्तकों के प्रणेता सौरभ वाचस्पति रेणु का अहम योगदान रहा।
मौके पर अंचलाधिकारी रंधीर रमण, थानाध्यक्ष आनंद कुमार कश्यप, बेगुसराय के खोदावंदपुर बीडीओ नवनीत नमन, मुखिया विभा कुमारी, सरपंच वंदना कुमारी, पैक्स अध्यक्ष रविन्द्र कुमार, पंसस दीपक कुमार साह, रंधीर कुमार राय, विशाल कुमार राय, शोभाकांत राय, विजय कुमार, नील कमल समेत हजारों की तादाद में आए काव्यप्रेमी कार्यक्रम के समापन डटे रहे। कवियों और कवयित्रियों के साथ फोटो सेशन के लिए देर रात तक लोगों की भीड़ रही। चर्चाओं के दौर में यह कवि सम्मेलन लोगों की जुबान पर है।
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