अतुल पर निकिता ने दर्ज कराये थे 9 मामले, साल में 40 बार जाना पड़ा था जौनपुर, पत्नी द्वारा दर्ज FIR में क्या कुछ था पढ़े
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एक साल में 40 बार तारीख पर जौनपुर जाना पड़ता था. चार साल के बच्चे के लिए 40 हजार रुपये मासिक मेंटेनेंस दे रहा था, लेकिन उससे मिलने नहीं दिया जा रहा था. इससे उसकी मानसिक स्थिति समझी जा सकती है. अतुल सुभाष के चचेरे भाई बजरंग अग्रवाल ने इस मामले में कई गंभीर खुलासे किए हैं. समस्तीपुर के वैनी बाजार स्थित पूसा रोड निवासी पवन मोदी के यहां 34 वर्षीय पुत्र द्वारा आत्महत्या करने के बाद मातम पसरा हुआ है. परिवार के लोग बुधवार की रात बेंगलुरु से घर आ गए हैं, वहीं दाह संस्कार भी कर दिया गया है.
परिवार के लोग इंसाफ चाहते हैं. बेंगलुरु स्थित एक ऑटोमोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव 34 साल के पवन मोदी के पुत्र अतुल सुभाष ने नौ दिसंबर को 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 90 मिनट का वीडियो बनाकर आत्महत्या कर ली. वीडियो में उन्होंने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. इस घटना के बाद से अब यह मामला एक सामाजिक मुद्दा बन गया है. लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. देश की जानी मानी हस्तियों ने ट्वीट के जरिए इस मामले में अपने विचार प्रकट किए हैं. कानून के उपयोग- दुरुपयोग को लेकर बहस छिड़ गयी है. अतुल सुभाष का सुसाइड से पहले जारी किया गया वीडियो ट्रेंड कर रहा है.
अतुल सुभाष के चचेरे भाई बजरंग अग्रवाल ने कहा कि तलाक के मामले में अतुल को बार-बार बेंगलुरु से जौनपुर जाना पड़ता था, जिससे उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई. बजरंग ने बताया कि अतुल एक साल में करीब 40 बार जौनपुर गये. इसके चलते उनकी मानसिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ा. अग्रवाल ने यह भी बताया कि अतुल और उनकी पत्नी निकिता की मुलाकात 2019 में एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट के माध्यम से हुई थी. दोनों की अरेंज मैरिज हुई थी. शादी 2019 में जौनपुर के नौहट्टा गांव में हुई थी.शादी के बाद से दोनों के बीच मतभेद बढ़ने लगे. निकिता भी जॉब करती थी और अधिक स्वतंत्रता चाहती थीं. इससे विवाद पैदा हुआ. धीरे-धीरे उनकी शादी में तनाव बढ़ने लगा और इसके बाद से दोनों अलग रहने लगे.
बजरंग अग्रवाल कहते हैं कि नौ दिसंबर को सुबह फोन आया कि बेंगलुरु में घटना हो गयी है. इस बीच, अतुल के बचपन के दोस्त संत कुमार सुमन ने भी अपनी भावनाओं का इजहार किया. वे दोनों केंद्रीय विद्यालय पूसा में साथ पढ़े थे. संत कुमार सुमन ने कहा, अतुल बचपन से ही मिलनसार और अच्छे स्वभाव के थे. उनके साथ बिताए गए पल हमेशा मेरे दिल में रहेंगे. अतुल सुभाष ने गांव के ही एक प्राइवेट स्कूल और फिर केंद्रीय विद्यालय पूसा में पढ़ाई की थी. संत कुमार सुमन उनसे एक क्लास जूनियर थे.
अतुल के खिलाफ कुल 9 मामले दर्ज कराए :
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया उत्तर प्रदेश के जौनपुर की निवासी हैं. उन्होंने अतुल और उनके परिवार के खिलाफ कुल 9 मामले दर्ज किए थे, जिनमें से कुछ मामलों को बाद में वापस ले लिया गया था. अब इस मामले से संबंधित एफआईआर की कॉपी सामने आई है. निकिता ने 24 अप्रैल, 2022 को जौनपुर कोतवाली में यह एफआईआर दर्ज करवाई थी. इसमें अतुल के अलावा उसकी मां अंजू देवी, पिता पवन मोदी और छोटे भाई विकास मोदी को भी आरोपी बनाया गया था.
एफआईआर में कहा गया है, अतुल और निकिता सिंघानिया की शादी 26 अप्रैल, 2019 को वाराणसी के हिंदुस्तान इंटरनेशनल होटल में हुई थी. शादी के बाद, अतुल सुभाष और उनके परिवार ने 10 लाख रुपये दहेज की मांग की. पति शराब पीने के बाद उसे मारते थे. अप्राकृतिक यौन उत्पीड़न करते थे. पति अतुल सुभाष उसकी तनख्वाह को उसके खाते से निकालकर अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे.
16 अगस्त, 2019 को सास और ससुर निकिता के मायके जौनपुर गए और 10 लाख रुपये की मांग की. इस कारण 17 अगस्त, 2019 को निकिता के पिता की मृत्यु हो गई. लोगों की समझाइश पर पति अतुल सुभाष ने निकिता को बेंगलुरु ले गए. उसकी मां भी उनके साथ थी. 17 मई, 2021 को अतुल ने निकिता और उसकी मां के साथ मारपीट की और उन्हें फ्लैट से बाहर फेंक दिया. इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने निकिता को कपड़े और दस्तावेज दिए, जिसके बाद वह अपनी मां और बेटे के साथ मायके लौट आई. निकिता ने अपने लिए और उनके बेटे के लिए प्रति माह 2 लाख रुपये के गुजारा भत्ते की भी याचिका दी थी.
अतुल ने वीडियो में दिया पत्नी के आरोपों का जवाब :
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अतुल ने वीडियो में पत्नी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि उसने निकिता से शादी करने के लिए शादी डॉट कॉम के जरिए संपर्क किया था. शादी के बाद निकिता केवल 2 दिन ही ससुराल में रही. इसके बाद वह अतुल के साथ बेंगलुरु चली गई. निकिता ने केवल 2 दिनों में अपने ससुर से एक-दो बार ही मुलाकात की थी. शराब पीने के बाद मारपीट के आरोप पर अतुल ने कहा कि यदि कोई मजबूत कद-काठी वाला व्यक्ति जैसे वह है, किसी को मारता, तो उसकी हड्डी टूट जाती, खून निकलता, चोट के निशान होते, वीडियो या फोटो होते, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और न ही पुलिस को सूचित किया गया.
दहेज के आरोप पर अतुल ने कहा कि एफआईआर में निकिता ने यह बयान दिया था कि उसके पिता लंबे समय से बीमार थे और हृदय रोग से पीड़ित थे. वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज करा रहे थे. अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें वाराणसी के अस्पताल ले जाया गया. अतुल का कहना था कि निकिता के पिता की मौत के बाद, निकिता ने उनके खिलाफ हत्या का एक और मामला दर्ज कर दिया था.
अतुल ने दावा किया कि उन्होंने खुद निकिता के परिवार को व्यापार में निवेश के लिए 15 लाख रुपये दिए थे, लेकिन परिवार ने उस पैसे से घर खरीदा जो एक करोड़ रुपये का था. जब अतुल ने पैसे वापस मांगे, तो अप्रैल 2021 में उन्हें केवल 1.5 लाख रुपये वापस किए गए. अतुल ने यह भी कहा कि वह खुद 40 लाख रुपये की नौकरी करते हैं, तो फिर 10 लाख रुपये का दहेज क्यों मांगेंगे. अतुल ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को भी नकारा दिया. वीडियो में उसने कहा कि सिर्फ आरोप लगाना किसी भी चीज़ को साबित नहीं करता.