जल संरक्षण के लिए समस्तीपुर जिले के 5 लाख 25 हजार छात्र-छात्राओं को किया गया जागरूक, दिलायी गई ‘जल सरंक्षण’ की शपथ
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले के सभी प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में जल संरक्षण एवं जल संचयन के लिए जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत “नारी शक्ति से जल शक्ति” थीम के साथ शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभी सरकारी विद्यालयों के लगभग 5 लाख 25 हजार छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा शपथ लिया गया। प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मानवेंद्र कुमार राय द्वारा आरएसबी इंटर विद्यालय,
काशीपुर में आज बच्चों को इस विषय पर जागरूक करते हुए बताया गया कि नारी शक्ति से जल शक्ति एक केन्द्र प्रायोजित कार्यक्रम है। जसमें जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन का कार्य किया जाना है। जल शक्ति का जल संचय कार्यक्रम में स्थानीय जन भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाना है एवं सामुदायिक आवश्यकताओं के अनुरूप छोटे एवं कम खर्च वाले स्थानीयकृत कृत्रिम पुनर्मरण संरचनाओं यथा सोक पिट एवं रेन वाटर हार्वस्टिंग संरचनाओं का निर्माण कराया जाना है।
'पानी बचाएंगे हम' समस्तीपुर में सरकारी विद्यालयों के बच्चों ने ली जल सरंक्षण की शपथ#samastipur #news #apnasamastipur pic.twitter.com/wHRPrGiMHk
— Samastipur Town (@samastipurtown) December 19, 2024
इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदा्धिकारी द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पूर्व में ही सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारीयों एवं प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया कि शपथ कार्यक्रम का आयोजन चेतना संत्र के दौरान किया जाय, जिसमें सभी बच्चों को शपथ दिलाते हुए कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक बताया जाय। इस कार्यक्रम के अगले चरण दिनांक 19 एवं 20 दिसम्बर 2024 को नारी शक्ति से जल शक्ति थीम पर वाद-विवाद, क्विज एवं पेटिंग प्रतियोगिता का आयोजन सभी विद्यालयों में कराया जाना है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मानवेंद्र कुमार राय द्वारा यह भी बताया गया कि जल सरंक्षण एवं जल संचयन के लिए नारी शक्ति से जल शक्ति के थीम पर जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें वर्षा के जल को अधिक से अधिक संरक्षित किया जा सके।
जल, जंगल और जमीन के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। इस अभियान के माध्यम से समाज को यह संदेश देना चाहते हैं कि जल संरक्षण हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें और प्लास्टिक का उपयोग बंद करें ताकि पर्यावरण को संरक्षित रखा जा सके। साथ जल ही जीवन हैं, यह सुनने में सरल लगता है, लेकिन गहन वाक्य हमारे जीवन की सच्चाई को दर्शाता है। जल का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है, क्योंकि यह न केवल हमारी शारीरिक आवश्यकताओं को पूरा करता है, बल्कि हमारे पारिस्थितिक तंत्र का भी अभिन्न हिस्सा है। जल के बिना न केवल मानव जीवन, बत्कि पृथ्वी पर हर जीव का अस्तत्व संभव नहीं है। 11 बिन्दुओं के शपथ में सभी छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाया गया और पुरखों की विरासत याद दिलाकर समाप्त होते जल स्त्रोत को बचाने की जिम्मेदारी याद दिलायी गई।