फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पर आरटीई के तहत दाखिले का प्रयास, विभाग करेगी कारवाई
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समस्तीपुर : शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत दाखिला पाने के लिए कुछ अभिभावकों ने फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया है। इसको लेकर शिक्षा विभाग अब कारवाई करने की प्रक्रिया में जुट गयी है। इधर योजना के तहत जमा कराये गये आवेदन पत्र में नगर निगम का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर लगाने का मामला सामनें आया है। इससे पहले भी लगातार ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जिसमें फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र बनवाकर आरटीई का लाभ उठा लिया गया है।
स्कूलों ने ऐसे लोगों के खिलाफ कई बार जिला शिक्षा विभाग में शिकायत की मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। लेकिन अब इस बार ऐसे लोगों के खिलाफ शिक्षा विभाग कार्रवाई करने के मूड में है। बता दें कि आरटीई के तहत नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन के साथ अपलोड किए गए कागजातों की जांच के क्रम में यह अनियमितता पकड़ में आ गयी। कागजातों की जांच के दौरान नगर निगम का एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पकड़ में आया है।
उजियारपुर प्रखंड के लोहागीर पंचायत में जन्म लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नगर निगम द्वारा जारी किया गया था। इस बारे में जब जिला सांख्यिकी विभाग में पता किया गया तो उनके द्वारा यह जन्म प्रमाण पत्र फर्जी बताया गया। कहा गया की इस रजिस्ट्रेशन नंबर का हमारे यहां कोई जन्म प्रमाण पत्र बना ही नहीं है। वहीं एक अन्य आवेदन में जन्म प्रमाण पत्र की जगह आरटीई आवेदन ही अपलोड करने की बात सामने आयी है।
बता दें कि बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए सैकड़ों अभिभावक आरटीई का रास्ता चुनते हैं। इसके लिए जरूरी शैक्षिक प्रमाण पत्र के साथ आय प्रमाणपत्र, जन्म प्रमाणपत्र और अन्य कागजी कार्रवाई करने के बाद जांच की जाती है और फिर ऑनलाइन जांच करने पर सही पाए जाने पर उनको देखते हुए आवेदन पत्रों की स्वीकृति की जाती है।
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इधर सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि आवेदन की बारीकी से जांच कराकर एडमिशन दिलाये जाएंगे। स्कूल यदि अपने स्तर पर विभाग को कोई रिपोर्ट देते हैं तो उसका भी गंभीरता से संज्ञान लिया जाएगा। फर्जीवाड़ा करने वालों के ऊपर एफआईआर कराई जाएगी।