शिक्षा विभाग के आदेश को ठेंगा! समस्तीपुर के स्कूलों में अभी भी जारी है शिक्षकों के ‘डेप्युटेशन’ का खेल
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समस्तीपुर : शिक्षा विभाग के निर्देशों की अवहेलना कर जिले के कई प्रखंडों में शिक्षक प्रतिनियोजन रद्द होने के बावजूद अपने मूल विद्यालय नहीं लौटे है। हद तो यह है कि विभाग के द्वारा उनके वेतन का भुगतान भी किया जा रहा है। संबंधित मामले में तत्कालीन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक ने आदेश दिया था कि कोई भी शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर नहीं रहेंगे। बावजूद इसके समस्तीपुर जिले में कई शिक्षक अपनी जगह पर बने हुए है।
बताया गया हैं कि शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के प्रतिनियुक्ति रद्द किए जाने को लेकर कागजी प्रकिया पूरी कर प्रतिनियुक्ति रद्द कर दी गई है। लेकिन प्रतिनियोजित शिक्षक बीआरसी से गहरी सांठ-गांठ बना कर अपने मूल विद्यालय के बजाय प्रतिनियोजित विद्यालय में ही बने हुए हैं। जबकि इससे पहले डीईओ ने प्रतिनियुक्ति पर रहे शिक्षकों को अपने मूल स्थान पर जाने का आदेश दिया था। इधर जब इस मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति से संबंधित सूची मांगी गयी है, रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कुछ बोल पाएंगे।
डीईओ ने सभी बीईओ से मांगी ‘डेप्युटेशन’ की रिपोर्ट :
इधर जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता के द्वारा जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी कर कहा गया है कि उनके द्वारा किन-किन शिक्षकों का प्रतिनियोजन पदस्थापित विद्यालय से किसी अन्य विद्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया है। ऐसे शिक्षकों की सूची जल्द से जल्द जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए। इसको लेकर उन्होंने संबंधित प्रतिनियुक्त शिक्षकों के प्रखंड, उनका नाम, उनके मूल विद्यालय का नाम, प्रतिनियुक्त किए गए विद्यालय का नाम, किस कारण से प्रतिनियुक्ति की गई है व प्रतिनियुक्त करने वाले पदाधिकारी के पदनाम की विस्तृत जानकारी मांगी गयी है।
सेटिंग-गेटिंग से होती है प्रतिनियुक्ति :
ध्यान रहे कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों की ओर से बिना किसी ठोस कारण के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति कर दी जाती है। यानी प्रतिनियुक्ति का खेल सेटिंग के तहत होता है। शिक्षक, अधिकारी से मिलीभगत कर अपनी सुविधा अनुसार मूल विद्यालय से सुविधा वाले विद्यालय में प्रतिनियुक्ति करा लेते हैं। समस्तीपुर जिले में अब भी बहुत सारे शिक्षक मूल विद्यालय से दूसरे जगह प्रतिनियुक्ति पर हैं। इनमें कुछ शिक्षकों की ही प्रतिनियुक्ति उचित कारण से हैं, जबकि अधिकांश सेटिंग-गेटिंग के तहत प्रतिनियुक्ति का लाभ उठा रहे हैं।
विद्यापतिनगर से मामला आया है सामनें :
विद्यापतिनगर प्रखंड में शिक्षक शकील अहमद प्रतिनियोजित विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय कस्टहारा मुसहर टोल, इनका मूल विधालय प्राथमिक विद्यालय एसबीसी टोल गढ़सिसई, राजकुमार पासवान प्रतिनियोजित प्राथमिक मकतब मरवा, मूल विधालय मध्य विद्यालय कांचा एवं शिवनारायण पासवान प्रतिनियोजित विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय बिनायपुर मनियारपुर में हैं जब कि मूल विद्यालय प्राथमिक विद्यालय बहादुरपुर हैं। ऐसे कई शिक्षक है, जो किसी अन्य स्कूलों में प्रतिनियुक्ति करा कर प्राय: अपने मूल स्कूलों में अनुपस्थित रह रहे हैं। जबकि शकील अहमद और शिव नारायण पासवान प्रधानाध्यापक बने हुए है और वित्तीय प्रभार भी मिला है। जबकि दोनों विद्यालय में पांच-पांच शिक्षक की बहाली हो चुकी हैं।