भगत सिंह, राजगुरु और सुखेदव के 94वें शहादत दिवस को संकल्प सभा के रूप में मनाया गया
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े
समस्तीपुर : छात्र संगठन आइसा से जुड़े कार्यकताओं ने शहर के मगहरदही घाट स्थित शहीदे-आजम भगत सिंह स्मारक पर एकत्रित होकर भगत सिंह के प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर आजादी के नायक भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहादत को संकल्प दिवस के रूप में मनाया। जिसकी अध्यक्षता आइसा जिला अध्यक्ष लोकेश राज तथा संचालन जिला सचिव सुनील कुमार सिंह ने किया। संकल्प सभा को आइसा-आरवाईए के जिला प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिला सह सचिव द्रख्शा जवी, संजीव कुमार, जिला उपाध्यक्ष अनिल कुमार, दीपक यदुवंशी, उदय कुमार, कार्यालय सह सचिव नीतीश कुमार, गौतम सैनी, मो० तौसीफ, धीरज कुमार, प्रशांत कुमार, संजीव कुमार, मोनू कुमार मिश्रा, रौशन कुमार, हिमांशु कुमार, रणजीत कुमार आदि ने सम्बोधित करते किया।
वहीं जिले के चर्चित बुद्धिजीवी शाह जफर इमाम ने सम्बोधित करते हुए कहा कि शहीदे-आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव ने 23 वर्ष के उम्र में देश के स्वतंत्रता और सामाजिक आर्थिक बराबरी के लिए हंसते – हंसते अपनी शहादत दे दी, इन शहीदों के विचारों को आज के छात्र – युवाओं को आत्मसात कर समतामूलक समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए।
आगे आइसा नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह से ज्ञान-विज्ञान का भगवाकरण तथा देश को बाटने कि कोशिश कर रही, ऐसे दौर में भगत सिंह के समाजवादी विचार धारा के जरिए ही उनके गलत मनसूबे को नाकाम किया जा सकता है।
सरकार निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा व सम्मानजक रोजगार उपलब्ध कराने के बजाय कॉर्पोरेट और ठेका प्रथा लाकर छात्र- युवा के भविष्य को अधर में डाल रही है। सस्ती शिक्षा और सम्मानजनक रोजगार के लिए आजादी के नायकों के विचार को आत्मसात कर छात्र- युवाओं को कैंपसों में उतरना होगा जिससे सभी को शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार का अधिकार मिल सकेगा।