SP ने क्राइम मीटिंग में थानेदारों को लगाई फटकार, पुलिस अधिकारियों को गश्ती बढ़ाने और होली-रमजान को लेकर अलर्ट रहने का निर्देश
समस्तीपुर : समाहरणालय परिसर स्थित सभागार में रविवार को पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा ने क्राइम मीटिंग की। जिसमें सदर-1 एसडीपीओ संजय कुमार पाण्डेय, सदर-2 एसडीपीओ विजय महतो, दलसिंहसराय एसडीपीओ विवेक शर्मा, पटोरी एसडीपीओ बीके मेधावी, रोसड़ा एसडीपीओ सोनल कुमारी, ट्रैफिक डीएसपी आशिष राज के अलावे सभी सर्किल इंस्पेक्टर व नगर थानाध्यक्ष उपस्थित रहे।
इस दौरान एसपी ने क्राइम कंट्रोल के लिए कई दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, शराब बरामदगी के संबंध में जानकारी ली। कई लंबित मामलों को लेकर एसपी ने संबंधित थानाध्यक्षों की क्लास भी लगाई। वहीं क्षेत्र में नियमित रूप से रात्रि गश्ती करने पर जोर दिया। साथ ही, वारंटियों की गिरफ्तारी और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए निर्देश दिए। मीटिंग में रात्रि गश्ती के दौरान बैंक एटीएम की सुरक्षा की जांच, शराब धंधेबाजों की धर-पकड़ और क्षेत्र में शराब खरीद-बिक्री की प्रक्रिया पर रोक लगाने के लिए सतर्क रहने और समुचित कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया गया।
होली व रमजान को लेकर पुलिस चौकस, सोशल मीडिया की होगी माॅनिटरिंग :
एसपी ने सभी पुलिस पदाधिकारियों से होली, ईद व रमजान की तैयारियों का जायजा लिया तथा विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किया। उन्होंने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने से संबंधित सभी पुराने कांडों में आरोपित रहें सभी व्यक्तियों के विरुद्ध कानूनन कार्रवाई करने हेतु निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि होली एवं ईद को देखते हुए सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्र में निरंतर गश्त जारी रखेंगे। वहीं पुराने संप्रदायिक कांडों में शामिल अभियुक्तों के खिलाफ छापामारी अभियान चलाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। थाना क्षेत्र में जितने भी संवेदनशील स्थान हैं, सभी स्थानों पर पुलिस पदाधिकारी में बल प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे। विभिन्न इंटरनेट सोशल मीडिया की मानिटरिंग करने हेतु सभी को निर्देशित किया गया। साथ ही अफवाह फैलाने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कड़ी कानूनन कार्रवाई करने के लिए भी निर्देशित किया गया।
इसके अलावा, साइबर अपराध के मामलों में अनुसंधान व कार्रवाई को लेकर सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया। उन्होंने होली के त्यौहार को शांति पूर्ण संपन्न कराने के लिए असमाजिक तत्वों पर नकेल कसने के लिए थानावार असमाजिक तत्वों, आपराधिक छवि वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनपर निरोधात्मक कार्रवाई, बॉउड डॉउन कराने का निर्देश दिया। पूर्व के आपराधिक इतिहास वाले व पुनरावृत्ति करने वाले अपराध कर्मियों को चिह्नित करते हुए सीसीए-3 प्रस्ताव समर्पित करने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही सभी थानाध्यक्ष को फरार चल रहे प्रतिदिन कम से कम दो अपराधी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।